India News (इंडिया न्यूज), PM Modi JD Vance: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगलवार (11 फरवरी, 2025) को पेरिस में मुलाकात हुई। जेडी वेंस अपनी पत्नी उषा और दो बच्चों के साथ पीएम मोदी से मिले। भारतीयों से जुड़े नस्लवाद के साथ खड़े होने का आरोप झेल रहे जेडी वेंस पीएम मोदी के सामने हाथ जोड़कर खड़े थे। वह अभिवादन के तौर पर नमस्ते कर रहे थे। इस दौरान पीएम मोदी के दोनों हाथ नीचे थे और उनके दोनों कंधों पर लाल रंग की शॉल थी। उपराष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस ने अमेरिकी परमाणु तकनीक में भारत के निवेश पर चर्चा की। दोनों की मुलाकात फ्रांस में आयोजित एआई शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी, जिसकी सह-अध्यक्षता पीएम मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने की थी।
पीएम मोदी ने जेडी वेंस से की मुलाकात
पीएम मोदी ने इससे पहले भी अमेरिकी उपराष्ट्रपति से अनौपचारिक मुलाकात की थी। तब पीएम मोदी ने जेडी वेंस को उनकी शानदार जीत पर बधाई दी थी। एआई सम्मेलन में बोलते हुए वेंस ने पीएम मोदी के भाषण और विचारों की भी तारीफ की थी दरअसल, ट्रंप प्रशासन के सरकारी विभाग DOGE के पूर्व कर्मचारी मार्को एलेज ने सोशल मीडिया पर लिखा था, ‘भारतीय घृणा को सामान्य बनाएं’। उनकी इस टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया और फिर एलेज को इस्तीफा देना पड़ा। तब जेडी वेंस ने एलेज का समर्थन किया।
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वेंस के किस बयान पर भारतीयों को आया था गुस्सा?
DOGE के प्रमुख एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर एक पोल में पूछा था कि, क्या उन्हें मार्को एलेज को फिर से नौकरी पर रखना चाहिए या नहीं? 78 प्रतिशत लोगों ने एलेज को वापस लाने के पक्ष में वोट दिया, जिसके बाद उन्हें DOGE में फिर से बहाल कर दिया गया। एलेज के बचाव में वेंस के बयान ने भारतीय-अमेरिकियों में गुस्से की लहर पैदा कर दी। सबसे ज्यादा आलोचना इस बात की हुई कि कैसे विवेक रामास्वामी को DOGE से इस्तीफा देने के बाद दूसरा मौका नहीं दिया गया। लेकिन एलेज के साथ अलग व्यवहार किया जा रहा है। उन्हें बहुत धूमधाम से विभाग में वापस लाया जा रहा है।
भारतीय मूल की हैं वेंस की पत्नी
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, वेंस की पत्नी उषा भारतीय मूल की हैं। लेकिन एलेज के बयान पर वेंस ने नस्लीय चिंताओं को खारिज कर दिया। उन्होंने यह नहीं बताया कि वे एक नस्लवादी व्यक्ति का समर्थन क्यों कर रहे हैं, लेकिन आलोचकों पर ‘भावनात्मक ब्लैकमेल’ का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, ‘यह मेरा दृष्टिकोण है। मैं निश्चित रूप से एलेज के कुछ पोस्ट से असहमत हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि बेवकूफी भरी सोशल मीडिया गतिविधि से किसी बच्चे का जीवन बर्बाद होना चाहिए। हमें उन पत्रकारों को कभी पुरस्कृत नहीं करना चाहिए जो लोगों के जीवन को बर्बाद करने की कोशिश करते हैं। इसलिए मैं कहता हूं कि उसे वापस लाओ। अगर वह एक बुरा आदमी या एक बुरा टीम सदस्य है, तो उसे इसके लिए निकाल दें।’
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सांसद रो खन्ना ने पूछा ये सवाल
इस पूरे मामले पर सांसद रो खन्ना ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से पूछा था कि, ‘क्या आप एलेज से उनकी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने के लिए कहेंगे? मैं सिर्फ हमारे दोनों बच्चों की खातिर पूछ रहा हूं।’ जवाब में वेंस ने लिखा, ‘हमारे बच्चों के लिए? बड़े हो जाओ। इंटरनेट पर नस्लवादी ट्रोल, चाहे कितने भी आक्रामक हों, मेरे बच्चों के लिए खतरा नहीं हैं। आप जानते हैं कि खतरा क्या है? एक ऐसी संस्कृति जो गलती करने वालों को माफ नहीं करती। ऐसी संस्कृति कांग्रेस के सदस्यों को रोते हुए बच्चों की तरह व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित करती है।’ हालांकि, वेंस के इस बयान के बाद कई लोग नाराज हो गए और कहा कि आपको चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि आपके बच्चे सुरक्षित हैं।