Indian News (इंडिया न्यूज), Pahalgam Massacre Accused Adil Ahmad Thoker: पहलगाम में भारतीय पर्यटकों की प्वाइंट ब्लैंक पर हत्या करने के बाद कायर आतंकी भाग खड़े हुए थे। हालांकि, कुछ ही घंटों में इनकी पहचान कर ली गई, जिसमें से एक नाम आदिल अहमद ठोकर का भी था। 26 निर्दोषों के नरसंहार में शामिल होने वाला आदिल कई सालों से इस कांड की साजिश रच रहा था, जिसके तार उसके स्टूडेंट विजा से जुड़े हैं। उसकी पहचान होने के बाद जांच में जो खुलासे हुए हैं, वो चौंकाने वाले हैं। पता चला है कि वो 2018 में पाकिस्तान गया था और वहीं से सबकुछ शुरू हुआ।

Pakistan Student Visa का क्या है सच?

दरअसल, आदिल अहमद ठोकर अनंतनाग के बिजबेहरा स्थित गुर्रे गांव का रहने वाला है। उसे पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच एजेंसियों ने उसकी कुंडली निकाल ली है और पाकिस्तान के स्टूडेंट वीजा से सारा कांड पता चल गया है। वो स्टूडेंट वीजा पर 2018 में पाकिस्तान गया था, उससे पहले से ही वो सीमा पार से संचालित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से जुड़े व्यक्तियों के संपर्क में था। आदिल 6 साल बाद पाकिस्तान से भारत लौटा था और दावा है कि उसके साथ 3-4 आतंकी भी भारत आए थे।

भारत के खौफ से पगला गए हैं शहबाज शरीफ? सेना को संबोधित करते हुए अचानक करने लगे शेरो शायरी, मुँह ताकती रह गई पाक आर्मी

कहां गायब हो गया था Adil Ahmad Thoker?

पाकिस्तान में रहने के दौरान वो कुछ समय के लिए अचानक सबकी नजरों और संपर्क से बाहर हो गया था। उसने परिवार से रिश्ता तोड़ लिया था और आठ महीनों तक उसका कोई अता-पता नहीं था। दावा किया जा रहा है ठोकर इस दौरान वैचारिक और अर्धसैनिक प्रशिक्षण ले रहा था और पाकिस्तान में ठिकाना बनाए बैठे आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े हैंडलर्स के प्रभाव में आ गया था।

अगर मोबाइल में नहीं होता ये App तो पहलगाम की घाटियों तक नहीं पहुंच पाते आतंकी, सिर्फ इस वजह से मिला पर्यटकों का ठिकाना

क्या है सारे कांड?

दावा किया जा रहा है कि ठोकर ने खुफिया एजेंसियों से बचकर अक्टूबर 2024 में पुंछ-राजौरी सेक्टर के दुर्गम और दूरदराज के इलाके से नियंत्रण रेखा (LoC) पार की, इस इलाके में गश्त काफी मुश्किल है। यहां खड़ी पहाड़ियाँ, घने जंगल और एक ऐसी सीमा है जिसका ऐतिहासिक रूप से अवैध क्रॉसिंग के लिए इस्तेमाल किया गया है।
आदिल अपने साथ 3 से 4 लोगों को लेकर आया था, जिसमें से एक पाकिस्तानी नागरिक हाशिम मूसा था। ये पहलगाम आतंकी हमले का एक और प्रमुख आरोपी है और उसे सुलेमान के नाम से भी जाना जाता है। उसने पाकिस्तानी नागरिक को ठिकाना देने और आतंकी हमले के सारे इंतजाम किए।