India News (इंडिया न्यूज़), Pakistan: इमरान खान सरकार में मंत्री रहीं शिरीन मजारी की बेटी इमान हाजिर मजारी को पाकिस्तानी सेना के खिलाफ बोलना महंगा पड़ा है। इमान हाजिर मजारी ने पश्तून तहफुच मूवमेंट (PTM) जलसे में भाषण दिया था। जहां उन्होने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ बोला था। रैली के ठीक अगले दिन सिविल ड्रेस में पुलिसवालों की एक टीम पूर्व मंत्री के घर पहुंची। और इमान हाजिर मजारी को अपने साथ ले गयी। इस घटना को 24 घंटे हो चुके हैं, लेकिन अब तक लड़की का कोई अता-पता नहीं है।

इस्लामाबाद में किया गया था रैली का आयोजन

दो दिन पहले 18 अगस्त को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक रैली (जलसे) का आयोजन किया गया। जलसा ठीक सुप्रीम कोर्ट के सामने हुआ। इसमें पश्तून समुदाय के कई नेताओं ने शिरकत की। जब इमान मजारी मंच पर पहुंची तो उन्होंने सेना को कोसना शुरू कर दिया। इमान मजारी ने रैली में कहा कि पाकिस्तानी में होने वाले आतंकी हमलों के लिए पाक अर्मी ही जिम्मेदार है। वही, असली आतंकवादी हैं। इमान ने मंच से सेना के खिलाफ ‘ये जो दहशतगर्दी है, इसके पीछे वर्दी है’ जैसे नारे भी लगवाए।

पुलिस ने तोड़ा घर का दरवाजा

PAK की पूर्व मानव अधिकार मंत्री शिरीन का दावा है कि रैली के अगले दिन सूरज निकलने से पहले ही पुलिस उनके घर पहुंच गई और उनकी बेटी को किडनैप कर लिया गया है। सादी वर्दी में आई टीम ने उनके घर का दरवाजा तोड़ा और घर की तलाशी लेने लगे। जब शिरीन ने उनसे पूछा कि वह क्यों आए हैं? तो कुछ पुलिसकर्मियों ने इमान को घर से बार निकाला और अपने साथ लेकर जाने लगे। इस दौरान इमान ने उनसे कहा कि उसने घर के कपड़े पहन रखे हैं, कम से कम उसे कपड़े तो बदल लेने दिए जाएं, लेकिन पुलिसकर्मिों ने उसकी कोई बात नहीं सुनी और वे उसी हालत में उसे साथ ले गए।

शिरीन मजारी को भी किया गया था गिरफ्तार

शिरीन मजारी ने दावा किया कि पुलिसवाले अपने साथ उनके सीसीटीवी कैमरे और लैपटॉप भी उठाकर ले गए। जिस समय पुलिसवाले आए थे, उस दौरान घर में केवल 2 महिलाएं ही थीं। इस पूरी वारदात को जायज बताते हुए पुलिस ने कहा है कि इमान देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रही थीं। उन पर धरना देने और विरोध प्रदर्शन करने का केस दर्ज किया गया है। बता दें पाकिस्तान में 9 मई को हुई हिंसा के बाद इमान की मां शिरीन मजारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। शिरीन मजारी को उस घटना के बाद कई बार अरेस्ट किया गया, जिससे आहत होकर उन्होंने इमरान खान की पार्टी PTI छोड़ दी।

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