India News (इंडिया न्यूज), Ex ISI chief General Faiz Hameed : भारत का पड़ोसी और सबसे बड़ा दुश्मन पाकिस्तान शुरूआत से ही आतंकवाद का समर्थन किया है। उसने हर मौके पर भारत और वहां के लोगों के लिए साजिशें रची हैं। साजिशें रचने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI सबसे आगे रही है। मुबंई में हुए 26/11 आतंकी हमले में भी ISI शामिल था। लेकिन अब पड़ोसी देश में ISI के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज हमीद को मौत की सजा दी जा सकती है। जी हां, आपने सही सुना है। फैज हमीद के खिलाफ पाकिस्तानी सेना ने कोर्ट मार्शल की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक हमीद पर आधिकारिक गोपनीयता कानून और अन्य गंभीर अपराधों के तहत आरोप तय किए गए हैं।

अगर दोषी ठहराए जाते हैं तो उन्हें उम्रकैज या मौत की सजा दी जा सकती है। आतंकियों के साथ मिलकर भारत को नुकसान पहुंचाने के सपने देखने वाले लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद आज खुद बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं।

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क्या है मामला?

लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद मामले को लेकर पाकिस्तानी सेना की तरफ से दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक 12 अगस्त 2024 को उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू हुई। आरोपों में राज्य सुरक्षा से खिलवाड़, गोपनीयता कानून का उल्लंघन, सरकारी संसाधनों का गलत इस्तेमाल और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होना लिखा है।

इमरान खान के हैं करीबी

बता दें कि जनरल फैज हमीद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी माने जाते थे। इमरान खान के कार्यकाल में ही वर्तमान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को हटाकर उन्हें ISI प्रमुख बनाया गया था, जिससे असीम मुनीर बेहद नाराज थे। इस फैसले की वजह से मुनीर बेहद नाराज थे। अब मुनीर ने उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की सिफारिश की है। सेना के अनुसार, 9 मई 2023 को हुई घटनाओं को लेकर भी जनरल फैज हमीद के खिलाफ अलग से जांच चल रही है।

पाकिस्तानी सेना की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया है कि कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया में जनरल हमीद को सभी कानूनी अधिकार और सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा ये मामला केवल सैन्य कानून तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा के उल्लंघन और राजनीतिक हस्तक्षेप के गंभीर पहलू भी जुड़े हैं। फिलहाल पाकिस्तानी सेना का फैज हमीद को लेकर रुख काफी सख्त दिख रहा है। सेना अधिनियम की धारा 6 के तहत उन्हें मृत्यु दंड या उम्रकैद की सजा हो सकती है।

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