India News (इंडिया न्यूज), Pakistan China Relations: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इसके बाद भारत ने 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर के तहत एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान में आतंकियों के 9 ठिकानें तबाह और बर्बाद कर दिए। इसके बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया में भीख मांगता नजर आया। अब पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार चीन में भीख मांगने पहुंच गए हैं। लेकिन, चीन ने दुनिया को उनकी औकात दिखा दी है। डार 19 मई 2025 को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बीजिंग पहुंचे। लेकिन उनके स्वागत के लिए न तो कोई भव्य प्रोटोकॉल था और न ही कोई वरिष्ठ चीनी मंत्री मौजूद था।
निचले स्तर के चीनी अधिकारी ने किया स्वागत
बीजिंग एयरपोर्ट पर डार की अगवानी एक निचले स्तर के चीनी अधिकारी ने की। उन्हें आम यात्रियों की तरह एयरपोर्ट बस से सफर करना पड़ा। इस घटना की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई। कई लोगों ने इसे पाकिस्तान का अपमान करार दिया। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, पाकिस्तान और चीन खुद को करीबी दोस्त बताते हैं। दोनों देशों के बीच दशकों से गहरे सामरिक और आर्थिक संबंध रहे हैं। लेकिन डार के स्वागत ने इन दावों पर सवाल खड़े कर दिए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई पोस्ट में कहा गया कि डार के लिए न तो रेड कार्पेट बिछाया गया और न ही कोई खास इंतजाम किए गए। यह सही भी है क्योंकि भिखारियों की कोई इज्जत नहीं होती।
एक अन्य पोस्ट में लिखा गया कि पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री को बीजिंग में एक मामूली अधिकारी ने रिसीव किया और उन्हें सामान्य बस में यात्रा करनी पड़ी। गरिमा और स्वाभिमान जैसे शब्द पाकिस्तान के शब्दकोष में नहीं हैं।
चीन और पाकिस्तान के बीच संबंध
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) दोनों देशों के बीच सहयोग का एक प्रमुख प्रतीक है। चीन ने पिछले पांच सालों में पाकिस्तान को 81% हथियार सप्लाई किए हैं, जिनमें J-10C फाइटर जेट और मिसाइल शामिल हैं। लेकिन हाल के सालों में CPEC परियोजनाओं पर हमलों ने संबंधों को खराब कर दिया है। अक्टूबर 2024 में कराची में चीनी इंजीनियरों पर हुए हमले के बाद चीन ने सुरक्षा को लेकर कड़ा रुख अपनाया था।
इन 3 देशों के बीच होगी चर्चा
इस यात्रा में डार के साथ अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भी होंगे। पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान के बीच त्रिपक्षीय बैठक में क्षेत्रीय स्थिरता और सहयोग पर चर्चा होगी। डार ने कहा कि वे भारत के “प्रचार” का पर्दाफाश करेंगे और क्षेत्रीय शांति के लिए काम करेंगे। यह घटना इसलिए और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि 2013 और 2015 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री ली कियांग का पाकिस्तान के एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया था। डार के स्वागत ने सोशल मीडिया पर व्यंग्य और आलोचना को जन्म दिया, जिससे पाकिस्तान-चीन संबंधों में नए सवाल खड़े हो गए।