India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Foreign Ministry on Radioactive Elements: पाकिस्तान अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आएगा इतना तय है। अक्सर वो भारत के खिलाफ अपना जहर उगलते रहता है। एक बार फिर उसने ऐसी की है। बिहार पुलिस ने रेडियोधर्मी सामग्री की कालाबाजारी करने वालों को गोपालगंज से गिरफ्तार किया था। घटना के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ भारत की बातचीत विफल हो रही है।  पाकिस्तान भारत को कोसने का का कोई मौका नहीं छोड़ता। भले ही पाकिस्तान की अपनी परिस्थितियां खराब थीं, लेकिन उसने भारत के खिलाफ जहर उगलने में कभी कोई कमी नहीं छोड़ी।  इन दिनों पाकिस्तान भी कुछ ऐसा ही कर रहा है और इस बार भी उसे बिहार का मुद्दा मिला है।

डियोधर्मी सामग्री जब्त

बिहार पुलिस ने कुछ दिन पहले रेडियोधर्मी सामग्री जब्त की थी, जिसे जब्त कर लिया गया था, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे जब्त कर लिया। इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक चाल चलने लगा और कहा कि भारत में रेडियोधर्मी सामग्रियों की सरेआम तस्करी होती है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह बेहद चिंतित है और इसके पीछे कारण यह है कि भारत में परमाणु और रेडियोधर्मी सामग्रियों की चोरी और अवैध बिक्री हो रही है। भारत में बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों पर सवाल उठा रही हैं।

850 करोड़ रुपये के कैलिफोर्नियम

पिछले शुक्रवार को मुंबई के ट्रॉम्बे स्थित भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की एक टीम 850 करोड़ रुपये के कैलिफोर्नियम (रेडियोधर्मी पदार्थ) की जांच करने बिहार के गोपालगंज पहुंची। एफएसएल की टीम यह भी जांच कर रही है कि यह पदार्थ कहां बना था और किस लैब से इसे चुराया गया था।

2021 में 7 किलोग्राम नेचुरल यूरेनियम को बेचा गया था। साल 2022 में 7 भारतीय लोगों को नेपाल में पुलिस ने यूरेनियम स्टॉक के साथ पकड़ा था।

साल की बात करें तो दुनिया भर के 31 देशों से परमाणु रेडियोधर्मी सामग्रियों की चोरी के 168 मामले सामने आए, जिसे लेकर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने चिंता जताई थी। ऐसे में अगर 30 साल के सपनों की बात करें तो दुनिया भर में ऐसे 4243 सपने दर्ज किए गए हैं।

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