India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Inflation And Debt: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन बढ़ गई है। भारत की सरकार ने पाकिस्तान पर तेवर सख्त कर दिए हैं और पहले एक्शन से ही मुस्लिम देश की हालत खराब हो गई है। पाकिस्तानी सेना से लेकर पीएम शहबाज शरीफ तक खौफ के मारे ऊल-जलूल बातें करते दिखाई दे रहे हैं। आलाकमानों का ये खौफ वहां की जनता से ही है, जो पाकिस्तानी सरकार और सेना की करतूतों से तंग आ चुकी है। आगे जानें पाकिस्तानी आवाम पहले से ही क्या कुछ परेशानियां झेल रही थी, जो अब आतंकी करतूतों की वजह से और बढ़ने वाली है।
कितना है Pakistan पर कर्जा?
पाकिस्तान पर पहले ही कंगाली का तमगा लग चुका है। इस देश ने गुजारे के लिए कई जगहों से कर्जा ले रखा है और हर साल भारी मात्रा में ब्याज चुकाता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शहबाज शरीफ के देश पर 125 अरब डॉलर से ज्यादा का कर्जा है और इसकी वजह से पूरे देश की अर्थ व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो चुकी है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 6 बिलियन डॉलर बचा है, जिसकी वजह से ये देश दूसरे देशों से आयात करने की हालत में भी नहीं बचा है। यही कारण है कि यहां की जनता त्राहिमाम कर रही है।
बार-बार किससे मांगनी पड़ती है भीख?
इसके अलावा पाकिस्तानी आवाम बेरोजगारी और गजब की महंगाई से भी जूझ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यहां पर पिछले कुछ सालों से महंगाई दर 25 से 30% के करीब ही रही है। लोगों के लिए जरूरत की चीजें खरीदना भी मुश्किल हो गया है। पाकिस्तान का ये हाल हो गया है कि उसे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से राहत पैकेज मांग कर देश चलाना पड़ता है।
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फिर भी यहां हो रहा खुलकर खर्चा
इस मुस्लिम देश की 35-40 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान में एक गरीब नागरिक की दिहाड़ी सिर्फ 178 रुपए ही है, जिसमें से वो मजबूरी में ज्यादातर खाने पर ही खर्च कर देता है। ऐसे हालातों में भी पाकिस्तान अपना सैन्य बजट हर साल बढ़ाता रहता है। पाकिस्तान वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने रक्षा बजट में 159 अरब रुपए की वृद्धि कर सकता है, जिससे कुल उसका आवंटन 2,281 अरब रुपये हो जाएगा।