India News (इंडिया न्यूज),Iran:तुर्की के बाद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ईरान के दौरे पर पहुंचे हैं। तुर्की में एर्दोआन को भाई मानने वाले शाहबाज शरीफ अब पैजेस्कियन और सुप्रीम लीडर अली खामेनेई से भी रिश्ते बनाने की कोशिश में हैं। भारत-पाक तनाव के दौरान ईरान ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में अहम भूमिका निभाई थी और ईरान के भारत से ऐतिहासिक रूप से अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन अब पाकिस्तान की नजर उन पर है।
शहबाज शरीफ फिलिस्तीन मुद्दे के सहारे ईरान के सुप्रीम लीडर का चहेता बनने की कोशिश कर रहे हैं। सैयद अली खामेनेई ने सोमवार को तेहरान में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से मुलाकात की और ईरान-पाकिस्तान संबंधों को मजबूत करने पर बात की। उन्होंने फिलिस्तीन के समर्थन में एकीकृत इस्लामिक कार्रवाई का भी आह्वान किया।
खामेनेई ने पाक को लेकर क्या कहा ?
सैयद खामेनेई ने इस्लामिक दुनिया में पाकिस्तान के महत्व को रेखांकित किया और गाजा में इजरायली शासन द्वारा किए जा रहे अपराधों को रोकने के लिए ‘संयुक्त प्रभावी कार्रवाई’ की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “दुनिया में युद्ध की मांग करने वालों के पास मतभेद और युद्ध पैदा करने के कई उद्देश्य हैं, लेकिन इस्लामी उम्माह की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाली एकमात्र चीज़ इस्लामी देशों के बीच एकता और इन देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देना है।”
सबसे बड़ा मुद्दा
शाहबाज शरीफ के साथ अपनी बैठक के दौरान अली खामेनेई ने फिलिस्तीनी मुद्दे को मुस्लिम दुनिया का सबसे बड़ा मुद्दा बताया और इस बात पर खेद जताया कि गाजा की स्थिति पर वैश्विक आक्रोश के बावजूद कुछ इस्लामी सरकारें इजरायल के साथ खड़ी हैं। शाहबाज शरीफ ने भी सर्वोच्च नेता से सहमति जताई।
युद्ध विराम का स्वागत
सैयद खामेनेई ने पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष की समाप्ति का स्वागत किया और आगे कूटनीतिक प्रगति की उम्मीद जताई। ईरान के दोनों देशों के साथ अच्छे संबंध हैं और वह नहीं चाहता कि उसके दोस्त लड़ाई में शामिल हों।