India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Navy Chief Statement : पाकिस्तान में इस वक्त भारत के एक्शन के डर से हाहाकार मचा हुआ है। पड़ोसी देश में हाल खराब हो रखा है। वहां की सरकार के मंत्री समय-समय पर भारत को जंग और परमाणु बमों की धमकी दे रहे हैं। लेकिन ये बात वो बहुत अच्छे से जानते हैं कि पाकिस्तान किसी भी हाल में भारत को हरा नहीं सकता है। इस बावजूद वहां से लगातार बयानबाजी हो रही है। अब इसी कड़ी में पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख एडमिरल नावेद अशरफ का एक बयान सामने आया है। खबरों के मुताबिक नावेद अशरफ ने तीन दिन पहले अपने जवानों को उकसाने वाला भाषण दिया है।
पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख ने जवानों से कहा है कि हमें खुद को साबित करने का मौका मिल गया है। हमारी कौम को हमसे बहुत उम्मीदें हैं। अब मुल्क के लिए कुछ कर दिखाने का वक्त आ गया है। नावेद अशरफ की तरफ से दिया गया बयान युद्ध की तैयारी का संकेत माना जा रहा है। लेकिन ऐसा लगा रहा है कि पाकिस्तान ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ को भूल गया है, जब 1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना ने पूरे कराची बंदरगाह को जलाकर राख कर दिया था।
पाकिस्तान की तरफ से की जा रही भड़काऊ बयानबाजी
पाक नेवी चीफ का बयान ऐसे समय पर आया है, जब पहलगाम हमले के बाद से ही भारत-पाक के बीच इस जंग जैसे हालात हो रखे हैं। वैसे बता दें कि इससे पहले पाक के कई नेता भड़काऊ भाषण दे चुके हैं। इसमें सबसे आगे रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा, विदेश मंत्री इशाक डार, पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और रेल मंत्री हनीफ अब्बासी शामिल है।
रक्षा मंत्री ने कहा था कि वह भारत के हर एक्शन का जवाब देंगे। उनकी सेना जंग के लिए तैयार है। बिलावल भुट्टों ने तो सिंधु नदी में खून बहाने तक की बात कही दी थी। वहीं पाकिस्तानी रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने कहा था कि पाकिस्तान परमाणु बम से हमला कर सकता है। उनके पास गौरी, गनजवी और जैसी मिसाइलें हैं, जो सिर्फ भारत के लिए हैं और उनका रुख भारत के ही तरफ है।
भारतीय नौसेना का ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’
जिन लोगों को नहीं पता, उन्हें बता दें कि 1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना ने ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ चलाया था। इस ऑपरेशन की वजह से पाकिस्तान की आधी नौसेना तबाह हो गई थी। 4 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर इतने बड़े पैमाने पर हमला किया कि पूरा बंदरगाह सात दिनों तक आग और धुएं से घिरा रहा। यह हमला न केवल 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का निर्णायक मोड़ साबित हुआ, बल्कि इसने भारतीय नौसेना को वैश्विक स्तर पर एक शक्तिशाली समुद्री शक्ति के रूप में स्थापित किया।
कराची उस समय पाकिस्तानी नौसेना का मुख्यालय और पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) के लिए आपूर्ति केंद्र था। ऐसे में भारतीय नौसेना के इस हमले ने पाकिस्तानी नौसेना को पूरी तरह से पंगु बना दिया। इस हमले के बाद बांग्लादेश नाम के एक नए देश का जन्म हुआ और पाकिस्तानी नौसेना दुनिया के सामने हंसी का पात्र बन गई।
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