India News (इंडिया न्यूज), Abdul Rauf Azhar: ऑपरेशन सिंदूर लगातार जारी है, इसी कड़ी में एक और बड़ा आतंकी मारा गया है। जानकारी मिली है कि कंधार हाईजैक में शामिल आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर मारा गया है। यह वही अब्दुल रऊफ अजहर है जो पाकिस्तान के समर्थन में वहां छिपा हुआ था और हर दिन भारत के खिलाफ जहर उगलता था। लेकिन भारतीय सेना ने उसे खत्म कर दिया है। वह किस आतंकी कैंप में मारा गया, इस बारे में जल्द ही और अपडेट मिलने की उम्मीद है।
दरअसल, जानकारी के मुताबिक अब्दुल रऊफ अजहर उस कबीले से ताल्लुक रखता है जिसका कमांडर मसूद अजहर है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि वह मसूद अजहर का भाई है। ऐसी भी संभावना है कि मसूद के परिवार के साथ उसका भी निपटारा किया गया होगा, जिसकी जानकारी अब सामने आ रही है। फिलहाल जो भी हो, अब्दुल रऊफ अजहर अब जन्नत की राह पर निकल पड़ा है।
जैश-ए-मोहम्मद का दूसरा सबसे बड़ा गैंग लीडर था अजहर
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अजहर लंबे समय से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का दूसरा सबसे बड़ा गैंग लीडर था। इसी रिपोर्ट में कहा गया था कि वह मसूद अजहर का छोटा भाई है। रऊफ को लंबे समय से पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई का संरक्षण भी मिल रहा था। वह रावलपिंडी समेत पाकिस्तान में खुलेआम सक्रिय रहा है। अमेरिका ने 2010 में उस पर प्रतिबंध लगाए थे और भारत ने उसे संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आतंकी सूची में शामिल करने की बार-बार कोशिश की थी, जिसे चीन ने वीटो कर दिया था।
कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड
इतना ही नहीं, रऊफ अजहर 1999 के कंधार हाईजैक आईसी-814 का भी मास्टरमाइंड था, जिसमें काठमांडू से दिल्ली जाते समय इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक कर लिया गया था। इस हाईजैक का मकसद अपने भाई मसूद अजहर को भारतीय जेल से छुड़ाना था। रऊफ ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया था। जब भारतीय विमान को अमृतसर, लाहौर, दुबई होते हुए कंधार ले जाया गया था, तो अपहरणकर्ताओं ने 176 यात्रियों और 15 क्रू मेंबर के बदले मसूद अजहर, मुश्ताक जरगर और उमर शेख की रिहाई की मांग की थी। अब सेना ने उसका भी बदला ले लिया है।