India News (इंडिया न्यूज), Air Defense Power: वायुसेना की ताकत किसी भी देश की सुरक्षा और सैन्य रणनीति का अहम हिस्सा होती है। लड़ाकू विमानों की संख्या, उनकी तकनीकी क्षमता और सेना के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया, ये सभी पहलू देश की हवाई ताकत को निर्धारित करते हैं। आज हम आपको उन छह देशों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके पास सबसे ज्यादा लड़ाकू विमान हैं और उनकी हवाई ताकत किस हद तक मजबूत है। 

अमेरिका के पास है दुनिया की सबसे शक्तिशाली वायु सेना

अजेय वायु शक्ति दुनिया की सबसे शक्तिशाली वायुसेना अमेरिका की है, जो अपने विशाल सैन्य विमान बेड़े की वजह से वैश्विक सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है। अमेरिकी वायुसेना के पास कुल 13,043 सैन्य विमान हैं, जो दुनिया के बाकी देशों से कहीं ज़्यादा हैं। इसका रक्षा बजट भी पूरी दुनिया के सैन्य खर्च का लगभग 40% है, जिसकी वजह से अमेरिकी वायुसेना लगातार अपनी तकनीक और ताकत में इज़ाफा कर रही है। अमेरिका की यह हवाई ताकत न सिर्फ उसकी सैन्य रणनीति का अहम हिस्सा है, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा में भी इसका बहुत बड़ा योगदान है। 

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दूसरे नंबर पर है रूस

वैश्विक सैन्य शक्ति के तौर पर मशहूर रूस हवाई ताकत के मामले में दूसरे नंबर पर है। रूसी वायुसेना के पास कुल 4,292 सैन्य विमान हैं। हालांकि यह संख्या अमेरिका की एक तिहाई है, लेकिन रूस अपनी वायु शक्ति को मजबूत करने के लिए लगातार नई तकनीकों में निवेश कर रहा है। रूस का हवाई बेड़ा भारी बमवर्षक, जेट और अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों से लैस है, जो इसे क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर एक मजबूत सैन्य शक्ति बनाता है।

तेजी से बढ़ती वायु शक्ति है चीन

चीनी वायुसेना दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती वायु सेनाओं में से एक है। चीन के पास 3,309 सैन्य विमान हैं और यह संख्या हर साल बढ़ रही है। चीन अपनी वायु शक्ति को और मजबूत करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और स्वदेशी विमानों में भारी निवेश कर रहा है। अब उसके पास रडार, मिसाइल और हवा से हवा में लड़ाई के लिए डिज़ाइन किए गए उच्चतम तकनीक वाले विमान हैं, जो इसे एक मजबूत सैन्य शक्ति बनाते हैं।

वायु शक्ति का चौथा सबसे बड़ा केंद्र है भारत

भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली वायुसेना बनकर उभरी है। भारत के पास 2,229 सैन्य विमान हैं, जो दक्षिण एशिया और वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय वायुसेना अपने आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में तेजी से आगे बढ़ रही है, जिसमें राफेल, तेजस और सुखोई जैसे अत्याधुनिक विमान शामिल हैं। भारतीय वायुसेना अपनी सामरिक ताकत को और मजबूत करने के लिए न केवल विमानों की संख्या बढ़ा रही है, बल्कि उनकी तकनीकी क्षमता में भी इजाफा कर रही है।

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दक्षिण कोरिया के पास है उच्च तकनीक और प्रशिक्षित बल

दक्षिण कोरिया के पास 1,592 लड़ाकू विमान हैं। यह आंकड़ा इस देश की वायुसेना को एक मजबूत क्षेत्रीय शक्ति बनाता है। दक्षिण कोरिया लगातार अपने विमान बेड़े को उन्नत कर रहा है और अपने पायलटों को उच्चतम स्तर का प्रशिक्षण दे रहा है। इसके विमान उन्नत रडार और मिसाइल प्रणालियों से लैस हैं, जो इसे विभिन्न सैन्य चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाते हैं।

जापान के पास है शक्तिशाली और आधुनिक वायु शक्ति

जापान का विमान बेड़ा 1,443 विमानों के साथ इस सूची में छठे स्थान पर है। जापान की वायुसेना अत्यधिक आधुनिक तकनीक से लैस है और लगातार अपने विमानों की क्षमता बढ़ा रही है। इसका उद्देश्य रक्षा में आत्मनिर्भरता हासिल करना और किसी भी क्षेत्रीय संकट के दौरान अपनी वायु शक्ति का उचित उपयोग करना है। जापान की वायु सेना की मुख्य ताकत उसके एफ-35 और एफ-15 जैसे अत्याधुनिक विमान हैं, जो इसे एक महत्वपूर्ण सैन्य शक्ति बनाते हैं।

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