India News (इंडिया न्यूज),PM Modi:पीएम मोदी को कूटनीति का महारथी यूं ही नहीं कहा जाता। अजनबियों को भी अपना दोस्त बना लेना एक ऐसी कला है, जो हर किसी को उनका मुरीद बना देती है। ऐसा ही नजारा आज शाम इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर देखने को मिला, जब कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। उनके स्वागत के लिए पीएम मोदी खुद प्रोटोकॉल तोड़कर वहां मौजूद थे। कतर के अमीर का एयरपोर्ट पर रेड कार्पेट वेलकम किया गया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी जैसे ही विमान से उतरे, पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए उन्हें गले लगा लिया। अमीर ने भी उतनी ही गर्मजोशी से उनका साथ दिया। इस दौरान दोनों हंसी-मजाक करते नजर आए।

बॉन्डिंग देखकर हैरान रह गए लोग

अमीर के साथ आए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य दोनों के बीच की बॉन्डिंग देखकर हैरान रह गए। इस दौरान जब पीएम ने एयरपोर्ट पर मौजूद विदेश मंत्री एस जयशंकर का परिचय कराया, तो अमीर ने उनकी तारीफ में कुछ कहा, जिस पर जयशंकर ने दिल पर हाथ रखकर उनका शुक्रिया अदा किया।

हैदराबाद हाउस में होगी मुलाकात

पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर अमीर को सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दिखाई, जिससे वे काफी खुश हुए। इसके बाद अमीर को आराम करने के लिए होटल भेज दिया गया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार को कतर के अमीर का राष्ट्रपति भवन परिसर में औपचारिक स्वागत किया जाएगा। इसके बाद दिल्ली के हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ उनकी मुलाकात होगी। शाम को राष्ट्रपति भवन में कतर के अमीर के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे।

कौन हैं अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी?

शेख तमीम बिन हमद अल-थानी (44) कतर के पूर्व अमीर शेख हमद बिन खलीफा अल-थानी के बेटे हैं। वे दुनिया के सबसे युवा राष्ट्राध्यक्षों में से एक हैं। उनके पास करीब 335 अरब डॉलर की संपत्ति है। वे दुनिया के 9वें सबसे अमीर शासक हैं। 25 जून 2013 को वे कतर के अमीर बने। उन्होंने 3 शादियाँ कीं, जिनसे उनके 13 बच्चे हैं। उन्होंने ब्रिटेन में पढ़ाई की है। क्राउन प्रिंस बनने से पहले वे कतर की सेना में डिप्टी कमांडर इन चीफ के पद पर थे।

कतर में रहते हैं 10 लाख भारतीय

कतर भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण देश है। 30 लाख की कुल आबादी में से करीब 10 लाख भारतीय हैं जो वहाँ अलग-अलग कामों में लगे हुए हैं। वे हर साल अपनी कमाई का लाखों डॉलर भारत भेजते हैं, जिससे भारत का विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत होता है। कतर भारत को एलएनजी और गैस का सबसे बड़ा निर्यातक है। इससे करोड़ों भारतीयों के घर में गैस का चूल्हा जलता है।

8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को किया रिहा

इन बातों के अलावा पिछले साल कतर ने अपनी जेल में बंद 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को रिहा किया था। उन्हें इजरायल को गुप्त सूचना लीक करने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी। लेकिन पीएम मोदी की अगुआई में कूटनीति के बाद आखिरकार अमीर मीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने सभी आठ पूर्व नौसैनिकों को माफ़ कर दिया और उन्हें भारत भेज दिया।

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