India News (इंडिया न्यूज), Indians Earning In kuwait : आज यानी 21 दिसंबर से पीएम मोदी दो दिनों के लिए मिडिल ईस्ट के तेल समृद्ध देश कुवैत की यात्रा पर निकल गए हैं। बता दें कि भारत के लिए कुवैत काफी महत्वपूर्ण देश माना जाता है। इसके पीछे की वजह ये है कि यहां पर बड़ी मात्रा में भारतीय रहते हैं और अपनी कमाई भारत भेजते हैं। इसके अलावा 43 सालों के बाद पहली बार कोई भारतीय पीएम कुवैत का दौरा करने जा रहा है। इससे पहले दोनों देशों के विदेश मंत्री एक-दूसरे देश की यात्राएं करके पीएम मोदी के इस अहम दौरे के लिए मंच तैयार कर चुके हैं। दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी पुराने रहे हैं। कुवैत में तेल मिलने से पहले ही भारत और कुवैत के बीच समुद्री रास्ते से कारोबार होता था। इसी के चलते दोनों देशों के बीच मज़बूत कारोबारी और सांस्कृतिक रिश्ते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी की इस खाड़ी देश में 1961 तक भारत का रुपया चलता था। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अगस्त 2024 में कुवैत का दौरा किया जबकि कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्लाह अली अल याह्या 3-4 दिसंबर को भारत आए थे।
कुवैत में काम करने वाले भारतीय
कुवैत के भारतीय दूतावास के मुताबिक वहां पर 10 लाख भारतीय रहते हैं, जो कुवैत की कुल आबादी का 21 फीसदी है। इतना ही नहीं, कुवैत की कुल वर्कफोर्स में भी 30 फीसदी भारतीय ही हैं। इसके अलावा 10 लाख भारतीयों में से 8.85 लाख से ज्यादा भारतीय वहां मजदूरी करते हैं। वहीं एक हजार से ज्यादा भारतीय डॉक्टर हैं। 500 डेंटिस्ट भारतीय हैं और 24 हजार से ज्यादा नर्स भारतीय हैं। यहां काम करने वाले भारतीयों को 300 से 1050 डॉलर तक की सैलरी मिलती है। रिसर्च फर्म वर्कयार्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत दुनिया के सबसे सस्ती जगहों में से एक है। इसी वजह से यहां पर कुल वर्कफोर्स में 30 फीसदी भारतीय हैं। कुवैत की अर्थव्यवस्था काफी हद तक विदेशी मजदूरों पर निर्भर है।
मौटा पैसा कमा रहे हैं भारतीय!
बता दें कि एक कुवैती दिनार की कीमत भारतीय रुपयों में 275 रुपये है यानी अगर आप महीने 100 कुवैती दिनार कमाते हैं तो रुपयों में यह रकम 27500 रुपये बैठती है। आपको जानकर हैरानी होगी की कुवैत में एक कुशल कारीगर का औसत वेतन लगभग 1,260 कुवैती दिनार (लगभग 3,47,588.32 रुपये) प्रति माह है। वहीं न्यूनतम वेतन की बात करें तो वो लगभग 20 कुवैती दिनार (लगभग 88,276.40 रुपये) प्रति माह है।