PM Modi On China: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आज (22 मई) से G-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की मीटिंग शुरू हो गई है। बैठक में चीन समेत 5 देश (चीन, सऊदी अरब, तुर्किए, इंडोनेशिया, इजिप्ट ) शामिल नहीं हो रहे हैं। चीन ने इस मीटिंग का विरोध किया है। जो कि पडोसी देश के उपर भारी पड़ रहा है। भारत ने चीन के इस विरोध का कड़ा जवाब दिया है। जी-20 पर उठे सवाले के बीच भारतीय पीएम मोदी ने तायबान और साउथ चाइना सी विवाद का जिक्र कर के चाइना को कड़ा संदेश भेजा है।
इंडियन नेवल एक्सरसाइज के बारे में चीन कर रहा था जासूसी
आपको बता दे कि 12 दिन पहले अचानक ही साउथ चाइना सी में चाइनीस वॉरशिप्स की एक्टिविटी बढ़ गई थी।सवाल उठने लगे कि क्या चीन ब्राउंड्री विवाद को लेकर दूसरे देशों के खिलाफ एग्रेसिव एक्शन लेने वाला है लेकिन जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि वह साउथ चीन में हो रही पहली इंडियन नेवल एक्सरसाइज के बारे में पता लगा रहा था।
भारत अपनी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध-पीएम मोदी
G-7 मीटिंग के दौरान हिरोशिमा में पीएम मोदी ने मीडिया को एक इंटरव्यू दिया। इसमें मोदी से साउथ चाइना सी और ईस्ट चाइना सी में हो रही चीनी सेना के विस्तार और ताइवान की स्थिति पर भारत का रुख जानने के लिए सवाल किए गए थे। मोदी ने कहा था कि भारत अपनी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।पीएम मोदी ने आगे कहा कि इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए बांग्लादेश के साथ रिश्तों को सुधारा है। बता दे भारतीय पीएम का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब चीन ने कश्मीर में होने वाली जी-20 बैठक का लगातार विरोध कर रहा है।