India News (इंडिया न्यूज), Pakistan’s Nuclear Weapons : पहलगाम में हुए हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। पड़ोसी देश को भारत के पलटवार का डर सता रहा है। इसी वजह से वहां के मंत्री भारत को जंग और परमाणु मिसाइलों की धमकी दे रहे हैं। इस कड़ी में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी शामिल हैं, जिन्होंने एक विदेशी मीडिया चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा युद्ध का राग अलापा था और कहा था कि अगर भारत ने हमला किया तो वह परमाणु बम का विकल्प भी देखेगा। ख्वाजा ने कहा कि इस मुद्दे को बातचीत के माध्यम से सुलझाया जा सकता है।

26 निर्दोष भारतीयों की पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा हत्या के बाद से ही भारत सरकार का एक्शन जारी है। इसमें सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा योजना को रोकने से लेकर पाकिस्तान के सैन्य अताशे और राजनयिक कर्मचारियों की संख्या कम करना, और अटारी सीमा को बंद करना शामिल है।

इससे पड़ोसी मुल्क में हड़कंप मचा हुआ है। अब सवाल ये उठ रहा है कि भारत को जिन परमाणु बमों की धमकी पाकिस्तान की तरफ से दी जा रही है, आखिर उसका नियंत्रण​ किसके पास है? चलिए इस पर एक नजर डाल लेते हैं।

पाकिस्तान में परमाणु हथियारों पर किसका नियंत्रण​?

जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान में परमाणु हथियार नियंत्रण राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित शीर्ष नेतृत्व के पास है, जिसकी निगरानी परमाणु कमान और नियंत्रण प्रणाली (NCCS) द्वारा की जाती है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री संयुक्त रूप से परमाणु हथियारों का उपयोग करने का आखिरी फैसला लेते हैं। इन हथियारों की सुरक्षा और प्रक्षेपण के लिए जिम्मेदार सेना की इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भागीदारी होती है।

इसके अलावा परमाणु हथियारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम यहां पर राष्ट्रीय कमान प्राधिकरण (NCA) को सौंपा गया है। NCA में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष और अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल होते हैं।

पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम

भारत के पड़ोसी देश ने 1970 के दशक में अपना परमाणु कार्यक्रम शुरू किया था, जबकि भारत द्वारा 1974 में परमाणु परीक्षण किया था। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के तहत भारत के परीक्षणों के जवाब में पाकिस्तान ने क्यूबा और चीन की तकनीकी सहायता से 1998 में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया। तब से पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार में लगातार बढ़ोतरी हुई है।

वहीं अगर हम दोनों देशों के परमाणु हथियारों की बात करें तो स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 तक, भारत के पास पाकिस्तान (170) की तुलना में थोड़े ज्यादा परमाणु हथियार (172) थे। इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि भारत अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर सकता है और चीन तक पहुंचने में सक्षम लंबी दूरी के हथियारों पर ध्यान केंद्रित करते हुए नए प्रकार के परमाणु सिस्टम विकसित कर सकता है।

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