India News (इंडिया न्यूज),Pope Francis:गाजा के एकमात्र कैथोलिक चर्च ‘होली फैमिली चर्च’ के लोग आज शोक मना रहे हैं। ईसाइयों के सबसे बड़े धार्मिक नेता पोप फ्रांसिस, जो गाजा युद्ध के दौरान हर दिन चर्च के संपर्क में थे, अब इस दुनिया में नहीं रहे।21 अप्रैल को 88 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। ईस्टर सोमवार को गाजा चर्च के फादर गेब्रियल रोमनेली ने अपने आखिरी फोन कॉल के बारे में भावुक बातें साझा कीं। फादर रोमनेली ने बताया कि पोप फ्रांसिस पिछले डेढ़ साल से हर दिन फोन करते थे। रोमनेली ने कहा कि पोप फ्रांसिस हर कॉल में यही कहते थे कि बच्चों की रक्षा करो, लोगों की मदद करो। वे एक दिन के लिए भी फोन करना नहीं भूलते थे।शनिवार को अपने आखिरी कॉल में पोप ने कहा, आपने यहां जो कुछ भी किया, उसके लिए धन्यवाद। उन्होंने प्रार्थना करने को कहा और पूरे ईसाई समुदाय और गाजा के नागरिकों को आशीर्वाद दिया।
एक संत खो दिया-जॉर्ज एंटोन
चर्च की आपातकालीन समिति के प्रमुख जॉर्ज एंटोन ने पोप को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमने एक संत खो दिया जो हमें हर दिन सिखाते थे कि कैसे बहादुर बनना है, कैसे धैर्य रखना है। उन्होंने कहा कि पोप सभी को नाम से जानते थे, और कहते थे कि मैं तुम्हारे साथ हूं, डरो मत।
50,000 से अधिक मौतें
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए। जवाब में इजरायल के हमलों ने गाजा में भारी तबाही मचाई। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 50,000 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। इस दौरान पोप फ्रांसिस ने हमास और इजरायल दोनों की हिंसा की निंदा की। उन्होंने बार-बार युद्ध विराम की मांग की और दो-राष्ट्र समाधान पर जोर दिया।
सभी बंधकों की रिहाई की अपील
ईस्टर संडे को दिए अपने आखिरी सार्वजनिक संदेश में पोप ने फिर से युद्ध विराम और सभी बंधकों की रिहाई की अपील की। यह संदेश अब एक धार्मिक नेता की विरासत बन गया है जो मानवता और शांति के लिए हर दिन लड़ता रहता है।
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