India News (इंडिया न्यूज), Hydrogen Bomb: दुनिया में एक तरफ रूस यूक्रेन तो वहीं, दूसरी तरफ इजरायल हमास और हिजबुल्लाह सहित कई आंतकी संगठनों से जंग लड़ रहा है। अब दुनिया के सभी देश लेटेस्ट हथियारों का जखीरा जमा करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। ऐसे में दुनिया के सबसे खतरनाक बम हाइड्रोजन बम की चर्चा करना भी लाजिमी हो जाता है। बताया जाता है ये कि, इसकी शक्ति परमाणु बेम से 1000 गुना अधिक होती है।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, ये बम दुनिया के सबसे घातक और शक्तिशाली हथियारों में शीर्ष स्थान रखता है। इसे थर्मोन्यूक्लियर बम भी कहा जाता है, और इसकी शक्ति किसी भी सामान्य परमाणु बम से 1000 गुना अधिक है। जब से हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया गया है, तब से यह एक ऐसी शक्ति बन गया है, जिसके कारण इस बम का अस्तित्व कई देशों के लिए एक प्रमुख सैन्य प्रणाली बन गया है।

हाइड्रोजन बम का इतिहास

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, हाइड्रोजन बम का पहला परीक्षण 1952 में अमेरिका ने किया था। इसके बाद 1953 में रूस ने इसका परीक्षण किया और इसके बाद कई अन्य देशों ने भी इस खतरनाक हथियार की क्षमता को समझते हुए इसे अपने पास रखना शुरू कर दिया। सबसे पहले अमेरिका और रूस ने इस बम को विकसित किया, इसके बाद ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, भारत, पाकिस्तान और इजरायल जैसे देशों ने भी इस बम का परीक्षण किया और इसे अपनी सेनाओं का हिस्सा बनाया।

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इन देशों के पास है हाइड्रोजन बम

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, सबसे पहले अमेरिका ने 1952 में हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया और तब से वह दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया जिसके पास यह सबसे उन्नत और खतरनाक हथियार है। इसके बाद, रूस ने 1953 में हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया और इस हथियार को अपनी सैन्य शक्ति का हिस्सा बनाया।1957 में ब्रिटेन ने भी हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया और इसे अपनी रक्षा नीति में शामिल किया। 1967 में चीन ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया और इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण शक्ति बन गया।

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फ्रांस ने यह परीक्षण 24 अगस्त, 1968 को फ्रेंच पोलिनेशिया के फंगाटाफा एटोल में किया था। 1998 में भारत ने पोखरण में हाइड्रोजन बम का परीक्षण करके वैश्विक स्तर पर अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। पाकिस्तान ने भी भारत के समानांतर परमाणु हथियार विकसित किए और 1998 में हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया। इजरायल ने कभी भी इस बम के परीक्षण की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन माना जाता है कि उसके पास हाइड्रोजन बम का अस्तित्व है।

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