रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी-20 समिट शामिल नहीं होंगे, ये बैठक बाली में होने वाली है. इसे लेकर क्रेमलिन समर्थक एक विश्लेषण ने टिप्पणी की है, जिस पर चर्चाएं तेज हैं। टिप्पणीकार सेरगे मारकोव ने लिखा है कि यूक्रेन के खेरसोन से रूसी सेना वापस आ चुकी है। अब पुतिन को इस बात का डर है कि उनकी हत्या की साजिश पहले से ही रची जा रही हैं तो कहीं इस बैठक में उन्हें निशाना ना बनाया जाए. ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक मारकोव ने लिखा है जी-20 मीटिंग के दौरान उन्हें अपमानित करने की भी साजिश रची जा सकती थी। मारकोव को रूसी सत्ता का बड़ा समर्थक माना जाता है।

गुरुवार को इंडोनेशिया द्वारा इस बात की जानकारी दी गई कि व्लादिमीर पुतिन जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। जी-20 सम्मेलनों के ‘चीफ ऑफ सपोर्ट’ प्रमुख लुहुत बिनसर पंडजैतन ने कहा कि पुतिन का इस सम्मेलन में शामिल नहीं होने का फैसला ‘हम सभी के लिए सबसे अच्छा’ साबित हो सकता है.

पुतिन की जगह विदेश मंत्री लेंगे जी-20 समिट में हिस्सा

जी20 की बैठक में पुतिन शामिल नहीं होंगे। पुतिन का प्रतिनिधित्व रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करने वाले हैं। वह वर्चुअली रूप से इस बैठक में शामिल होंगे। समुद्री और निवेश मामलों के समन्वय मंत्री के प्रवक्ता जोडी महारदी ने इस बात की जानकारी दी है.