India News (इंडिया न्यूज), PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। चुनाव जीतने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात होगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर डोनाल्ड ट्रंप को फोन पर बधाई दी है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी से अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। मुलाकात के दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा करेंगे। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 10 और 11 फरवरी को फ्रांस में रहेंगे। यहां वह ग्रैंड पैलेस में आयोजित एआई एक्शन समिट में हिस्सा लेंगे।

राहुल गांधी ने कल संसद में कही थी ये बात

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सोमवार (3 फरवरी, 2025) को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे थे। तभी उन्होंने कहा कि, मैन्यूफैक्चरिंग पर अमेरिका और चीन जैसे देशों को कंट्रोल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां अगर मैन्यूफैक्चरिंग सिस्टम अच्छा होता तो विदेश मंत्री को इतनी बार जाकर अमेरिकी राष्ट्रपति के कोरोनेशन में पीएम मोदी को शामिल कराने के लिए रिक्वेस्ट नहीं करनी पड़ती। राहुल गांधी ने ये कमेंट उन खबरों पर किया है, जिसमें दावा किया गया था कि ट्रंप ने नाराजगी में आकर अपने दोस्त को शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता नहीं दिया है।

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कब अमेरिका जाएंगे पीएम मोदी?

अगले दिन पीएम मोदी वाशिंगटन के लिए रवाना होंगे। हालांकि यात्रा का आधिकारिक ब्योरा अभी जारी नहीं किया गया है। लेकिन हिंद-प्रशांत, रक्षा सहयोग, व्यापार और क्षेत्रीय सुरक्षा पर विस्तृत बातचीत होगी। यूएसएआईडी को बंद करने से भारत पर कम असर पड़ेगा। दूसरी ओर ट्रंप प्रशासन ने यूएसएआईडी को बंद करने के संकेत दिए हैं। अगर ट्रंप प्रशासन देश के लिए यूएसएआईडी सहायता कार्यक्रम को बंद करता है तो इसका भारत पर कम से कम असर पड़ेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सलाहकार और डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के प्रमुख एलन मस्क ने सोमवार को घोषणा की कि ट्रंप इस कार्यक्रम को बंद करने पर सहमत हो गए हैं। ऐसे में भारत की बढ़ती आर्थिक वृद्धि पर इसका असर कम से कम होगा। 

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USAID ने उठाया ये कदम

यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) ने करीब 70 साल पहले भारत में काम करना शुरू किया था। यह संगठन संघर्षों से प्रभावित अन्य देशों को मानवीय सहायता प्रदान करता है और विकासशील देशों की विभिन्न तरीकों से मदद करता है। भारत को पहले मामूली रकम मिलती थी। चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत को USAID के जरिए 140 मिलियन डॉलर मिलने थे, जो भारत के 600 अरब डॉलर से अधिक के कुल बजट को देखते हुए मामूली रकम थी। इस बीच, नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास की वेबसाइट और अन्य जगहों से USAID से जुड़े सभी पेज हटा दिए गए हैं।

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