India News (इंडिया न्यूज), Protest Against Yunus government : सत्ता परिवर्तन के बाद से पड़ोसी देश बांग्लादेश के हालात बद से बत्तर हो गए हैं। वहां पर लोग एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं। शेख हसिना की तरह अब Muhammad Yunus सरकार के खिलाफ भी वहां की जनता ने मोर्चा खोल लिया है। बांग्लादेशी जनता लगातार उनसे सवाल पूछ रही है। लेकिन मशहूर अर्थशास्त्री या फिर उनके चेले चपाटों के पास जवाब देने के लिए कुछ भी नहीं है।
नौकरी की मांग को लेकर राजधानी ढाका में एक बार फिर से प्रदर्शन हो रहे हैं। ये प्रदर्शन शिक्षक अभ्यर्थियों की रद्द की गईं नियुक्ति के बाद से शुरू हुए हैं। इसी वजह से सैकड़ों की तादात में शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए हैं।
फैसले को पटलने की मांग
प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों की ये मांग है कि सरकार तुरंत हाईकोर्ट के फैसले को पलटे। बता दें कि कुछ दिन पहले ही प्राथमिक विद्यालयों में सहायक शिक्षकों की छह हजार से ज्यादा नियुक्तियां रद्द की थी। जिसके खिलाफ अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट भी गए थे। लेकिन सुनवाई में देरी होने की वजह से शिक्षक अभ्यर्थियों के सामने अब नौकरी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। अपनी नोकरी वापस पाने के लिए अब सैकड़ों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। इसी कड़ी में ढाका की सड़कों पर प्रदर्शन शुरू हो गया। इस दौरान उनके हाथ में बांग्लादेश का झंडा भी था।
सरकार को दी गई चेतावनी
शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन की वजह से ढाका की सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई है। शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो देशव्यापारी प्रदर्शन किया जाएगा। मुहम्मद यूनुस ने जब से बांग्लादेश की सत्ता संभाली है तब से यहां का बेड़ा गर्क हो रखा है। हिंदू अल्पसंख्यकों पर लगातार हो रहे हमलों की वजह से बांग्लादेश और भारत के बीच रिश्ते अपने सबसे खराब समय से गुजर रहे हैं। अगर जल्द ही कुछ न किया गया तो बांग्लादेश के हालात भी पाकिस्तान जैसे हो जाएंगे।