इंडिया न्यूज, लंदन :

ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे मजबूत और लोकप्रिय नेता के रूप में देखे जा रहे ऋषि सुनक ने पहली बार भारत और ब्रिटेन के रिश्तों पर खुलकर बात की। ऋषि सुनक ने एक रैली के दौरान कहा कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वे भारत और ब्रिटेन के रिश्तों में सकारात्मक बदलाव लाना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के आपसी रिश्ते अच्छे हैं लेकिन अभी भी कुछ ऐसे बिंदू हैं जिनमें बदलाव लाना जरूरी है।

सुनक ने कहा कि इनमें से एक बिंदू भारत और ब्रिटेन के छात्रों का है। उन्होंने कहा कि ऐसे नियम बनने चाहिए जिससे दोनों देशों के छात्र आसानी से एक देश से दूसरे देश जा सकें। इसके साथ ही उन्होंने माना की अभी भी व्यापार को लेकर कुछ नियम बहुत जटिल हैं। इनमें बदलाव करने की आवश्यकता है ताकि दोनों देशों की कंपनियां आसानी से ट्रेडिंग कर सकें। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों का भारतीय तरीके से अभिवादन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के लोग भारतीयों से बहुत कुछ सीख सकते हैं।

पांच सितंबर को आएगा प्रधानमंत्री पद का फैसला

ब्रिटेन में प्रधानमंत्री के चुनाव अलग तरीके से होते हैं। ऋषि सुनक प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं । वहां प्रधानमंत्री बनने की प्रक्रिया के तीन पड़ाव होते हैं। नॉमिनेशन, एलिमिनेशन और फाइनल सेलेक्शन। सुनक नॉमिनेशन राउंड में सबसे आगे रहे। एलिमिनेशन राउंड (फर्स्ट और सेकंड बैलेट) में भी वे टॉपर रहे। अब पार्टी के करीब 2 लाख मेंबर्स बैलेट वोटिंग से नाम तय करेंगे। इसका फैसला पांच सितंबर को आएगा।

सुनक इसलिए हैं लोगों की पसंद

ऋषि सुनक पहली बार 2015 में सांसद बने। 2018 में उन्हें मंत्री बनाया गया। इसके बाद वे लगातार लोगों के चहेते नेता बनते गए। इतना ही नहीं बोरिस जॉनसन के चुनाव कैंपेन को भी ऋषि ने संभाला। कई टीवी कार्यक्रमों में बोरिस जॉनसन की जगह वे पार्टी की तरफ से डिबेट करने पहुंचे। इसी के चलते उन्हें कंजर्वेटिव पार्टी का चहेता व उभरता नेता माना जाता है।

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