India News (इंडिया न्यूज), International Space Station: रूस अंतरिक्ष में अब अमेरिका के एकाधिकार को चुनौती देता नजर आएगा। मॉस्को अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के दबदबे को खत्म करेगा। रूस ने इसके लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया है। 2027 तक इस प्रोग्राम की शुरुआत हो जाएगी। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने स्पेस इंडस्ट्री के साथ हुई बैठक में इसका एलान किया है।

अमेरिका के लिए बड़े झटके

रूस ने हाल ही में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से हटने का एलान किया था। रूसी स्पेस एजेंसी ने कहा था कि वह 2028 तक ही इसमें अपनी भागीदारी रखेगा। अंतरिक्ष स्टेशन को नासा, यूरोपीयन स्पेस एजेंसी, रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रॉस्कोसमॉस सहित 15 देशों ने मिलकर बनाया था। पुतिन के इस एलान ने अमेरिका की चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। इसे अमेरिका के लिए बड़े झटके के रूप में इसलिए देखा जा रहा है क्योंकि चीन अपना पहले ही स्पेश स्टेशन का निर्माण कर चुका है। पुतिन के एलान के साथ ही रूस भी अब इस कतार में शामिल हो गया है।

2027 तक पहला हिस्सा स्थापित

स्पेस इंडस्ट्री के लोगों के साथ हुई बैठक मे पुतिन ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के साथ अपनी भागीदारी को 2028 तक बढ़ाना एक अस्थायी उपाय था। उन्होंने बताया कि इसके संसाधन खत्म हो रहे हैं। ऐसे में हमें एक नए स्पेस स्टेशन को सेवा में लाना होगा। हम 2027 तक इसका पहला हिस्सा स्थापित कर लेंगे।

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का दावा

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पेस स्टेशन के साथ-साथ मून मिशन को भी आगे ले जाने का एलान किया है। 47 साल बाद रूस के मून मिशन लूना के असफल होने की पूरी जानकारी उन्हें दी गई थी।उन्होंने कहा कि इस असफलता के बाद भी हमनें अपनी उम्मीदों को खोया नहीं है। हम अपना मून मिशन जारी रखेंगे।उन्होंने कहा कि हमें गलतियों से सीखना होगा और हमें अपनी क्षमताओं का एहसास है। हमें अपनी क्षमताएं पता हैं और हम इसमें भविष्य में सफलता पा सकते हैं।

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