India News (इंडिया न्यूज), Russia Europe Tensions: रूस के साथ तनाव के बीच पूरा यूरोप तीसरे विश्व युद्ध की तैयारी कर रहा है, जिसमें सर्वाइवल गाइड, परमाणु बंकर और सैनिकों की भर्ती की योजना है। यूरोपीय देशों को डर है कि व्लादिमीर पुतिन नाटो को पूर्वी यूरोप से बाहर निकालने और रूसी साम्राज्य के पुनर्निर्माण के लिए युद्ध से बस कुछ साल दूर हैं। यूरोपीय संघ का मानना है कि अगर पुतिन यूक्रेन में सफल हो जाते हैं, तो रूस 2030 के आसपास कभी भी हमला कर सकता है। यूरोपीय आयोग ने कहा है कि संघ को रूस के साथ बड़े पैमाने पर युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
क्या-क्या तैयारी कर रहे यूरोपीय देश?
यूरोपीय देश ब्रिटेन से यूरोपीय संघ में फिर से शामिल होने की अपील कर रहे हैं। इससे उन्हें यूरोप के दूसरे परमाणु-सशस्त्र देश का समर्थन मिलेगा। इसके साथ ही यूरोपीय देश अमेरिका से उम्मीद छोड़ रहे हैं और अपनी सेनाओं में और भर्ती करने की योजना बना रहे हैं। रूसी टैंकों के यूरोप में घुसने और पैराट्रूपर्स के चौराहे पर उतरने की स्थिति में नागरिकों को भी तैयार किया जा रहा है। तो वहीं, फ्रांस ने भी कमर कास ली है। बताया जा रहा है कि, फ्रांस अपने नागरिकों को आक्रमण से बचने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने वाला नवीनतम देश है।
20 पन्नों की पुस्तिका में फ्रांसीसी नागरिकों को सलाह दी जाएगी कि किसी आक्रमण की स्थिति में रिजर्व इकाइयों या स्थानीय रक्षा प्रयासों में शामिल होकर गणतंत्र की रक्षा कैसे करें। इसमें यह भी बताया जाएगा कि छह लीटर पानी, डिब्बाबंद भोजन, बैटरी और बुनियादी चिकित्सा आपूर्ति सहित आवश्यक वस्तुओं से एक सर्वाइवल किट कैसे बनाई जाए।
फ्रांस यूरोप को देगा परमाणु सुरक्षा
इस सप्ताह की शुरुआत में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने खुलासा किया कि नई पीढ़ी की हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइलों से लैस फ्रांसीसी लड़ाकू विमान अब सहयोगी जर्मनी की सीमा पर तैनात हैं। जर्मनी के फ्रांस के परमाणु हथियारों की सुरक्षा में होने की संभावना है। अगर जर्मनी पर हमला होता है, तो मैक्रो अपने सहयोगी की रक्षा के लिए परमाणु बम लॉन्च करेंगे क्योंकि फ्रांस खुद को खतरे में समझेगा। यह कुछ ऐसा है जो पोलैंड भी चाहता है और जिसे फ्रांसीसी राष्ट्रपति देने पर विचार कर रहे हैं।
पोलैंड इस तरह कर रहा तैयारी
पोलैंड फ्रांस या अमेरिका से परमाणु हथियार सुरक्षा प्राप्त करने पर विचार कर रहा है। पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने अमेरिका से अपने देश में अपने परमाणु हथियार तैनात करने का अनुरोध भी किया है। इसके अलावा, पोलैंड सभी पुरुषों के लिए अनिवार्य सैन्य प्रशिक्षण लागू करने के लिए भी तैयार है। बाल्टिक और नॉर्डिक देश रूस से उत्पन्न खतरे से अच्छी तरह परिचित हैं, क्योंकि सभी देशों में पहले से ही किसी न किसी रूप में अनिवार्य सैन्य सेवा लागू है।
जर्मनी ने की ये तैयारी
जर्मनी के गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि भूमिगत रेलवे स्टेशन, कार पार्क, सरकारी इमारतें और निजी संपत्ति सभी को सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। बर्लिन कथित तौर पर रूस के साथ पूर्ण युद्ध छिड़ने पर 200,000 वाहनों के साथ-साथ 800,000 नाटो सैनिकों को अपने क्षेत्र में भेजने के लिए भी तैयार है। बाल्टिक देश रूस के साथ अपनी सीमा पर एक संयुक्त रक्षा रेखा बना रहे हैं, जिसमें प्रत्येक सीमा पर लगभग छह सौ बंकर होंगे। इसमें टैंक खाइयाँ, वटल, ड्रैगन के दांत, हेजहॉग और रॉकेट सिस्टम भी शामिल होंगे।