Russia try to Found Us drone: रूस ने कहा कि वह काला सागर में दुर्घटनाग्रस्त हुए अमेरिकी ड्रोन के अवशेषों को निकालने की कोशिश करेगा। विशाल एमक्यू-9 रीपर ड्रोन मंगलवार को पानी में गिर गया था। इस घटना को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने बयान जाारी कर कहा था कि जब एक रूसी जेट ने ड्रोन के प्रोपेलर को काट दिया तो क्षतिग्रस्त ड्रोन उड़ाने लायक नहीं बचा, जिसें गिरा काले सागर में गिरा दिया गया। हालांकि रूस ने इस दावे से इनकार कर दिया।
- अमेरिका भी खोज रहा मलवा
- 5000 फीट गहरा है पानी
- काला सागार में तनाव बढ़ा हुआ है
रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव ने पुष्टि की कि मॉस्को विमान को खोजने का प्रयास कर रहा है। पेत्रुशेव ने कहा कि मुझे यह नहीं पता की हम इसे पुनः प्राप्त कर पाएंगे या नहीं, लेकिन यह किया जाना है। उन्होंने यह भी कहा कि काला सागर में ड्रोन की मौजूदगी इस बात की पुष्टि थी कि अमेरिका युद्ध में सीधे तौर पर शामिल था।
अमेरिका भी तलाश कर रहा
वाशिंगटन के वरिष्ठ अधिकारी जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका भी विमान की तलाश कर रहा है। इस बात को अमेरिका के शीर्ष सैन्य जनरल जनरल मार्क मिले ने भी दोहराया, जिन्होंने कहा कि अमेरिका ने यह सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए हैं कि नीचे गिराए गए ड्रोन से कुछ भा जानकारी नहीं मिले। उन्होंने कहा कि ड्रोन को पुनः प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण होगा, यह देखते हुए कि जहां यह दुर्घटनाग्रस्त हुआ वहां पानी की गहराई 4,000 फीट से 5,000 फीट (1,200 मीटर से 1,500 मीटर) के बीच था।
कई बार ईधन डाला
अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने कहा कि यह घटना मंगलवार सुबह हुई और यह टकराव करीब 30-40 मिनट तक चला। अमेरिका ने एक बयान में कहा कि टक्कर से पहले रूसी जेट विमानों ने ड्रोन पर कई बार ईंधन डाला। पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने संवाददाताओं से कहा कि ड्रोन उड़ाने में सक्षम और बेकाबू हो गया था। रूस ने अपने दो एसयू-27 लड़ाकू विमानों के अमेरिकी ड्रोन से संपर्क से इनकार किया है।
रूस ने किया इनकार
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ड्रोन एक तेज युद्धाभ्यास के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया और यह अपने ट्रांसपोंडर (संचार उपकरणों) के साथ उड़ान भर रहा था। अमेरिकी रक्षा सचिव, लॉयड ऑस्टिन ने पुष्टि की कि उन्होंने अपने रूसी रक्षा सचिव सर्गेई शोइगू के साथ ड्रोन को गिराए जाने के एक दिन बाद बात की थी।
काला सागर में तनाव बढ़ा
2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे के बाद से काला सागर में तनाव बढ़ गया है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अमेरिका और ब्रिटेन ने निगरानी उड़ानें बढ़ा दी हैं, हालांकि वह हमेशा अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में काम करते हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि विमानों का प्रयोग जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया जाता है जो यूरोप के लिए सुरक्षा में सुधार करने में मदद करता है।
अमेरिका उड़ान जारी रखेगा
रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था, लेकिन अधिकांश देश अभी भी इसे यूक्रेन के हिस्से के रूप में मान्यता देते हैं। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कसम खाई कि अंतरराष्ट्रीय कानून जहां भी अनुमति देता है, वहां सेना उड़ान और संचालन जारी रखेगी। वाशिंगटन में अधिकारियों से बात करने के लिए बुलाए जाने के बाद, रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव ने कहा कि हम ड्रोन घटना को उकसावे के रूप में देखते है।
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