Russia-Ukraine War: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को संकेत दिया है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आने वाले महीनों में मास्को का दौरा कर सकते हैं। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अचानक यूक्रेन पहुंच कर सबको चौंका दिया था। पुतिन ने क्रेमलिन में चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी का स्वागत करते हुए कहा कि जिनपिंग की यात्रा का इंतजार है और इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है। पुतिन ने कहा, “सब कुछ प्रगति कर रहा है, विकास कर रहा है। हम नए मोर्चे पर पहुंच रहे हैं।” बता दें कि पुतिन की ये घोषणा तब हुई है, जब यूक्रेन में युद्ध को 24 फरवरी को एक साल होने वाला है।

  • चीनी राष्ट्रपति की यात्राओं की व्यवस्था अभी प्रारंभिक चरण में है
  • जिनपिंग की मार्च की शुरुआत या अप्रैल में दौरा करने की उम्मीद
  • अमेरिका के लिए जिनपिंग की संभावित रूस यात्रा की खबर चिंताजनक

चीन युद्ध समाप्त करने में निभाना चाहता है सक्रिय भूमिका

शी जिनपिंग की योजनाओं के बारे में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि पुतिन के साथ उनकी बैठक बहुदलीय शांति वार्ता का हिस्सा होगी। ऐसा इसलिए कि चीन, रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को समाप्त करने में सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, चीनी राष्ट्रपति की यात्राओं की व्यवस्था अभी प्रारंभिक चरण में है। चीनी राष्ट्रपति के मार्च की शुरुआत या अप्रैल में रूस का दौरा करने की उम्मीद है। उस वक्त रूस जर्मनी पर द्वितीय विश्व युद्ध की जीत का जश्न मना रहा होगा।

जिनपिंग की संभावित यात्रा से US चिंतित

गौरतलब है कि अमेरिका के लिए शी जिनपिंग की संभावित रूस यात्रा की खबर चिंताजनक है। अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि वह चीन और रूस के बीच अधिक तालमेल को लेकर चिंतित है। इससे पहले वाशिंगटन ने कहा था कि चीन यूक्रेन में रूस के युद्ध के लिए हथियार उपलब्ध कराने पर विचार कर रहा है। यह संघर्ष को एक तरफ रूस और चीन के बीच और दूसरी तरफ यूक्रेन और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन के बीच टकराव में बदल देगा।

बताया जा रहा है कि चीन-रूस संबंधों और साझा हित के अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए वांग यी मंगलवार को मास्को पहुंचे। चीन के शीर्ष राजनयिक ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पत्रुशेव सहित कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने बुधवार को व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की थी। बता दें कि यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने पर चीन का ध्यान पश्चिमी देश में उसके प्रति बढ़ते अविश्वास को कम करने की एक कोशिश है।

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