India News (इंडिया न्यूज), Russian Girl News: सेंट पीटर्सबर्ग की एक अदालत ने 19 साल की लड़की दार्या कोजिरेवा को युद्ध-विरोधी प्रदर्शन के लिए 2 साल 8 महीने की सजा सुनाई है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, दार्या पर रूसी सेना को बदनाम करने का आरोप है। दरअसल, उसने सेंट पीटर्सबर्ग में एक यूक्रेनी कवि की कविता की पंक्तियों को उनके स्मारक पर चिपका दिया था। यह कविता रूस-यूक्रेन युद्ध के खिलाफ एक प्रतीकात्मक विरोध था। 2024 में एक रेडियो इंटरव्यू में दरिया ने युद्ध को भयानक और आपराधिक बताया था। सरकार और सेना के खिलाफ दिए गए बयान के कारण उन्हें पहली बार 24 फरवरी 2024 को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। लेकिन सेना के खिलाफ रेडियो पर दिए गए उनके बयान के बाद उनके खिलाफ दूसरा मामला दर्ज किया गया।

क्या है पूरा मामला?

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, दार्या की गिरफ्तारी का मामला मानवाधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल उठाता है, क्योंकि दार्या जैसी युवा आवाज को चुप कराने की कोशिश रूस में असहमति को दबाने की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है। मानवाधिकार संगठनों ने इस फैसले की कड़ी निंदा की है। एमनेस्टी इंटरनेशनल की रूस निदेशक नतालिया ज्वागिना ने इसे ‘शांतिपूर्ण विरोध को कुचलने का एक और भयावह उदाहरण’ बताया। कोर्ट में दार्या ने कहा कि उसने सिर्फ एक कविता चिपकाई थी, और कुछ नहीं। फिर भी उसे सजा सुनाई गई।

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एमनेस्टी इंटरनेशनल ने क्या कहा?

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा, ‘दार्या को 19वीं सदी की एक कविता को उद्धृत करने, अन्यायपूर्ण युद्ध के खिलाफ बोलने और चुप न रहने की सजा दी जा रही है।’ एमनेस्टी ने दार्या और युद्ध सेंसरशिप कानूनों के तहत कैद सभी लोगों की तत्काल रिहाई की मांग की है। रूसी मानवाधिकार समूह OVD-Info के अनुसार, 2022 में यूक्रेन पर हुए हमले के बाद से रूस में 1,500 से ज्यादा लोगों को राजनीतिक आधार पर जेल में डाला गया है। दार्या की सजा इसी दमन का एक और उदाहरण है।

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