India News (इंडिया न्यूज),Violence On Hindus In Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे लगातार हमलों ने भारत सरकार की चिंता बढ़ा दी है। शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से हिंदुओं को निशाना बनाए जाने की घटनाओं में तेज़ी आई है। हिंदू मंदिरों पर हमले, दुर्गा पूजा के दौरान रुकावटें और अब हिंसा में शामिल किए जा रहे हिंदू नागरिकों की घटनाओं ने भारत को गंभीर स्थिति पर विचार करने को मजबूर किया है। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक अहम बैठक की है, जिसमें रणनीति पर चर्चा की गई।
पीएम मोदी से मिलने पहुंचे जयशंकर
बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमलों के बीच पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बैठक की, जिसमें इस मसले पर चर्चा हुई। सरकारी सूत्रों के अनुसार, दोनों नेताओं ने इस विषय को संसद सत्र के दौरान उठाने का फैसला किया। अगर संसद में कामकाज सुचारू रूप से चलता रहा, तो जयशंकर इस मामले पर बयान देंगे। विपक्ष भी इस मुद्दे को लेकर सरकार से जवाब मांग रहा है।
हिंदू संत की गिरफ्तारी और विरोध प्रदर्शन
25 नवंबर को ढाका एयरपोर्ट पर हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। चटगांव की अदालत के बाहर उनकी रिहाई की मांग करते हुए हजारों लोग इकट्ठा हुए, जिसमें एक वकील की हत्या भी कर दी गई। चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को जमानत देने से इनकार कर दिया गया, और उन्हें राजद्रोह के आरोप में जेल भेज दिया गया। यह घटनाएं हिंदू समुदाय में आक्रोश का कारण बनीं हैं, और लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमले
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की आबादी केवल 8 प्रतिशत है, और शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से इस समुदाय पर हमलों में वृद्धि देखी गई है। अगस्त के बाद से बांग्लादेश के 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमले हो चुके हैं। इस हफ्ते हिंदू आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद हालात और बिगड़ गए हैं, और हिंदू समुदाय के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।