India News (इंडिया न्यूज), Mecca Pilgrims: इस्लाम दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। दुनियाभर में इस्लाम के अनुयायियों की संख्या 1.9 अरब से ज्यादा है और इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, सऊदी अरब में मक्का को इस्लाम का केंद्र माना जाता है और दुनियाभर से मुसलमान यहां आते हैं। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, साल में एक बार हज करने के लिए लाखों मुसलमान यहां आते हैं, इसके अलावा उमराह करने के लिए भी मुसलमान साल भर यहां आते हैं।
चल रहा इस्लाम का पवित्र महीना रमजान
इस वक्त इस्लाम का सबसे पवित्र रमजान का महीना चल रहा है और दुनिया भर से उमराह के लिए आने वाले मुसलमानों की संख्या में इजाफा हुआ है। बताया जाता है कि, रमजान के महीने में उमराह करने से ज्यादा सवाब(पुण्य) मिलता है। इस वजह से हर साल रमजान के महीने में लाखों की संख्या में दुनिया भर के लोग उमराह करने मक्का-मदीना जाते हैं। इस बार भी रमजान 2025 में रमजान के महीने में उमराह करने के लिए मुसलमानों का हुजूम लगा है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि 7 मार्च को मक्का की मस्जिद अल हरम में एक दिन में इतिहास में सबसे ज्यादा तीर्थयात्री आए।
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एक दिन में आए 5 लाख अनुयायी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में मस्जिद में 5 लाख अनुयायी आए। इस साल रमजान के मौके पर उमराह करने आने वाले लोगों की संख्या में रिकॉर्ड इजाफा हुआ है। उमराह तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने और तीर्थयात्रियों के प्रवाह को प्रबंधित करने के लिए प्रेसीडेंसी ने अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली अपनाई है। इनमें ग्रैंड मस्जिद के मुख्य प्रवेश द्वार पर रीडर सेंसर शामिल हैं, जो प्रवेश करने वाले लोगों की संख्या को ट्रैक करते हैं। इसके अलावा, अधिक सटीकता के साथ गतिविधि के कुछ क्षेत्रों का पता लगाने और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को इंगित करने के लिए स्मार्ट कैमरे लगाए गए हैं।
रमजान के दौरान भीड़ के कारण पैरामेडिकल स्टाफ को स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति में जरूरतमंदों तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मदीना में मस्जिद अल नबावी से इस समस्या को दूर करने के लिए, मक्का में स्वास्थ्य आपातकालीन स्कूटर शुरू किए गए हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में रोगियों तक जल्दी पहुंचने में मदद करेंगे।