India News (इंडिया न्यूज), Scientist Research: वैज्ञानिकों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। विशेषज्ञों ने एक ऐसे समुद्री ‘दैत्य’ के अवशेषों का पताया लगाया है जो मोसेजोइक युग में पाया जाता था। इस जीव को ‘समुद्री छिपकली’ नाम से बुलाया जाता था। इस युग में डायनासोरों का भी बोलबाला था। वैज्ञानिकों की मानें तो यह जीव 20 करोड़ वर्ष पहले समरसेट का समुद्र तट पर पाया जाता था। दुनिया में अभी ब्लू व्हेल को ही धरती का सबसे बड़ा जानवर माना जाता है। जो की लगभग 110 फीट होती है। हालांकि अब इस जीव की लंबाई भी ब्लू व्हेल जीतना ही या उससे थोड़ा लंबा भी हो सकता है।

  • इसकी लंबाई 82 फीट से भी ज्यादा हो सकती है
  • । शोधकर्ता इसे Ichthyotitan severnensis बताते है

जबड़े की हड्डी

वैज्ञानिकों के मुताबिक इस जीव के जबड़े की हड्डी काफी लंबी थी। इसके साथ ही दांतों के ठीक पीछे निचले जबड़े घुमावदार थी। हड्डी लगभग 6.5 फीट से अधिक  लंबी बताई जा रही है। वहीं अभी तक शोधकर्ताओं को लगता है कि इस जीव की कुल लंबाई 82 फीट से भी ज्यादा हो सकती है।

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समुद्री ‘राक्षस’ का नाम

इस जीव की खोज इंग्लैंड के ब्रॉनटन के जस्टिन और रूबी रेनॉल्ड्स द्वारा की गई है। इन्होंने यह खोज 2020 में की थी। जिसके बाद इसे समुद्री ‘राक्षस’ का नाम दिया गया। शोधकर्ता इसे Ichthyotitan severnensis बताते है। जिसका अर्थ है ‘सेवर्न की विशाल छिपकली मछली’। इसपर अभी शोध जारी है।