India News (इंडिया न्यूज), South Korean Defense Minister Attempted Suicide : दक्षिण कोरिया के लिए ये महिना काफी उथल-पुथल वाला रहा है। पहले देश में मार्शल लॉ लागू करने का आदेश और अब देश के पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून की हिरासत में आत्महत्या करने की कोशिश की खबर ने दक्षिण कोरिया के साथ पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट की माने तो दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने हिरासत में आत्महत्या करने की कोशिश की है। इस बात की पुष्टि न्याय मंत्रालय के एक अधिकारी ने संसद में की है। संसद में बोलते हुए अधिकारी ने कहा कि, किम योंग-ह्यून ने आत्महत्या का प्रयास करने के लिए अपने अंडरवियर का इस्तेमाल किया था। याद दिला दें कि दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने बीते 3 दिसंबर को मार्शल लॉ लागू करने का आदेश दिया था। हालांकि, महज 6 घंटे बाद वापस भी ले लिया गया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया गया था।
दक्षिण कोरिया में (03 दिसंबर) रात को आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की गई थी, जिसके बाद पूरे देश में खलबली मच गई थी। वहां की जनता सड़को पर उतर आई और इस फैसले का विरोध करने लगी थी। जिसके बाद राष्ट्रपति यूं सुक येओल की मार्शल लॉ की घोषणा से जुड़े देशद्रोह के दावों की जांच कर रहे अभियोजकों ने दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक किम योंग-ह्यून ने मार्शल लॉ को अस्थायी रूप से लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वहीं विपक्षी हस्तियों के दस्तावेज़ और एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की गवाही से पता चलता है कि किम ने राष्ट्रपति यून को इस कार्रवाई की सिफारिश की थी।
राष्ट्रपति के कार्यालय पर छापा
खबरों के मुताबिक दक्षिण कोरियाई पुलिस ने बुधवार को मार्शल लॉ की संक्षिप्त घोषणा की जांच के तहत राष्ट्रपति यूं सुक येओल के राष्ट्रपति कार्यालय पर छापा मारा, विशेष जांच इकाई ने पुष्टि की कि उसने राष्ट्रपति कार्यालय, राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी, सियोल मेट्रोपॉलिटन पुलिस एजेंसी और नेशनल असेंबली सुरक्षा सेवा में तलाशी ली। 03 दिसंबर की रात को आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन बुधवार को संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया। मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा। हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया। यून के मार्शल लॉ लगाने के कदम की विपक्षी पार्टियों के साथ ही सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी ने भी आलोचना की।