India News (इंडिया न्यूज), Sri Lanka will join BRICS: हिंदुस्तान ने पिछले कुछ सालों वैश्विक संगठनों में अपने धाक को मजबूत किया है। वहीं भारत ब्रिक्स समूह का एक महत्वपूर्ण सदस्य है। इस बीच समूह में एक पड़ोसी देश के शामिल होने की बात कही है। हालांकि, यह मुल्क पाकिस्तान नहीं बल्कि श्रीलंका है। श्रीलंकाई विदेश मंत्री विजिता हेराथ ने सोमवार (14 अक्टूबर) को कहा कि कोलंबो ब्रिक्स और न्यू डेवलपमेंट बैंक की सदस्यता के लिए आवेदन करेगा। बता दें कि, कोलंबो स्थित राजनयिक कोर से बातचीत के दौरान हेराथ ने कहा कि ब्रिक्स संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुसार मजबूत, समावेशी लाभकारी सहयोग, शांति और विकास के लिए काम करने वाला समूह है। उन्होंने इसके लिए समर्थन मांगा है।
विजिता हेराथ ने क्या कहा?
हेराथ ने कहा कि वह और उनके राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके आगामी चुनावों के कारण 23-24 अक्टूबर को रूस के कज़ान में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो पाएंगे। दरअसल, श्रीलंका लंबे समय से ब्रिक्स में शामिल होना चाहता है। इस साल मई में तत्कालीन विदेश मंत्री अली साबरी ने ब्रिक्स में शामिल होने की इच्छा जताई थी। ब्रिक्स के सदस्य देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं। इस साल जनवरी में सऊदी अरब, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया और मिस्र को भी शामिल किया गया है। जिसके बाद इसकी संख्या 5 से बढ़कर 9 हो गई है।
गैर-सदस्य देशों को सम्मलेन में मिलता है आमंत्रण
बता दें कि, ब्रिक्स 23-24 अक्टूबर को रूस के कज़ान में होने वाले शिखर सम्मेलन में गैर-सदस्य देशों को आमंत्रित करने की योजना बना रहा है। इस आयोजन की मेजबानी करने से मॉस्को को दुनिया को यह दिखाने का मौका मिलेगा कि वह यूक्रेन में युद्ध के पश्चिमी विरोध से पूरी तरह अलग-थलग नहीं है। इस पर इंडोनेशिया, म्यांमार और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन में अमेरिकी राजदूत रह चुके स्कॉट मार्सिल ने कहा है कि अमेरिका को ब्रिक्स पसंद नहीं है। खासकर तब जब इसमें ईरान और रूस शामिल हों।