India News (इंडिया न्यूज), Syria Israel Conflict : इजराइल का इतिहास रहा है कि जिस किसी ने भी उससे टकराने की कोशिश की है उसे जोरदार ढंग से जवाब दिया गया है। दुश्मनों से घिरे होने के बाद भी इजरायल ने कभी हार नहीं मानी और अकेले ही वेस्ट एशिया में एक सबसे मजबूत देश बना हुआ है।

हाल ये हो रखा है कि इजरायल की ताकत देखते हुए उसके दुश्मन बिना लड़े ही उसके सामने हथियार डाल रहे हैं। यहां पर हम सीरिया की बात कर रहे हैं।

दमिश्क की तरफ से ऐसे संदेश दिए जा रहे हैं जिससे लग रहा है कि वो इजरायल से भिड़ने का जोखिम नहीं लेना चाहता है। इजराइल के खिलाफ मुखर रुख रखने वाली सीरियाई सरकार ने सफाई दी और खुद को क्षेत्रीय खतरा मानने से इनकार किया है। इससे साफ पता चलता है कि दमिश्क इस टकराव से दूर रहना चाहता है।

सीरिया से दागे गए थे इजरायल के खिलाफ गोले

असल में बता दें कि मंगलवार को सीरिया से इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर दो रॉकेट दागे गए। हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इजराइली सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए सीरिया के दारा इलाके में गोले दागे और कई हवाई हमले किए। इसी पर सीरियाई सरकार की सफाई आई है। सीरिया ने इन हमलों को संप्रभुता का उल्लंघन बताया, लेकिन साथ ही यह भी जोड़ दिया कि वह क्षेत्र में किसी के लिए भी खतरा नहीं है।

ऐसी भी खबरें सामने आई हैं कि इजराइल और सीरिया के बीच कुछ गुप्त बैठकें भी हुई हैं ताकि सीमा पर तनाव को कम किया जा सके। अमेरिका इस नए शासन को इजराइल के साथ संबंध सुधारने के लिए प्रेरित कर रहा है।

मोहम्मद दीफ ब्रिगेड्स ने किया हमला

सीरियाई विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इन रॉकेट हमलों के लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है और यह हमला किसी अज्ञात समूह द्वारा किया गया है। दरअसल, एक नया संगठन मोहम्मद डेफ ब्रिगेड्स सामने आया है, जिसने टेलीग्राम पर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन हाल ही में सक्रिय हुआ है और इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन इसका नाम हमास के मारे गए सैन्य कमांडर से जुड़ा है।

सीरिया में हुए बड़े बदलाव

सीरिया में पिछले कुछ महीनों में कई बड़े बदलाव हुए हैं। ईरान समर्थित राष्ट्रपति बशर अल-असद का शासन खत्म हो गया है और अब शरिया आधारित इस्लामी सरकार सत्ता में है। अमेरिका ने भी अब इस नई सरकार को स्वीकार कर लिया है और असद काल के प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।

लेकिन इजरायल अभी भी इस नई सरकार को पूरी तरह से भरोसेमंद नहीं मानता और अपनी सैन्य गतिविधियां जारी रखे हुए है। हालांकि इजराइल इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने बयान में कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति को हर हमले और खतरे के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार माना जाएगा।

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