India News (इंडिया न्यूज), Tariff War News: डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अमेरिका की सत्ता संभाली है, तब से वह कुछ न कुछ ऐसा कर रहे हैं, जिससे दुनिया के सभी देशों का टेंशन बढ़ गया है। खासकर उन देशों की परेशानी बढ़ गई है, जिनकी अर्थव्यवस्था अमेरिकी ऋण पर चलता था। ट्रंप के टैरिफ वॉर ने कई देशों की पोल भी खोल दी है। इनमें भारत के दो पड़ोसी देश भी शामिल हैं। ट्रंप सरकार की नई नीति के कारण पाकिस्तान और बांग्लादेश की डूबती नाव अब पूरी तरह मझधार में फंस गई है। पाकिस्तान पहले से ही भयंकर आर्थिक संकट से घिरा हुआ है। स्थिति यहां तक ​​पहुंच गई है कि जनता जरूरी सामान भी खरीदने में खुद को असमर्थ पा रही है।

पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ लोगों ने जताया गुस्सा

पाकिस्तान के कई इलाकों में लोगों ने सरकार पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश है, जिसकी अर्थव्यवस्था काफी हद तक गारमेंट इंडस्ट्री पर निर्भर है। शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश पहले ही बर्बादी की कगार पर था। अब बची हुई कसर ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी ने पूरी कर दी है। टैरिफ के कारण बांग्लादेश की गारमेंट इंडस्ट्री बर्बादी की कगार पर है। सबसे पहले बात करते हैं पाकिस्तान की। ट्रंप सरकार ने पाकिस्तान पर 29 फीसदी तक टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। पाकिस्तान जो थोड़ा-बहुत निर्यात करता था, उस पर भी अमेरिका के इस फैसले से ग्रहण लग गया है।

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पाकिस्तान पर पड़ेगा ये असर

आपको बता दें कि पाकिस्तान अमेरिकी वस्तुओं पर 58 प्रतिशत तक टैक्स लगाता है। ऐसे में अब पाकिस्तान को आयात और निर्यात के मोर्चे पर भारी नुकसान होने की संभावना है। राजस्व में कमी आने से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के बुरी तरह चरमराने के आसार बढ़ गए हैं। आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद पर भी लगाम कस दी है, ऐसे में अमेरिकी डॉलर पर निर्भर पाकिस्तान की हालत और भी खराब होनी तय है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही ऑक्सीजन पर है।

चीन पर बढ़ेगी निर्भरता

अमेरिका की सख्ती की वजह से अब पाकिस्तान और बांग्लादेश पूरी तरह से चीन पर निर्भर रहेगा। इससे इन दोनों देशों की निर्भरता चीन पर बढ़ेगी। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों में पाकिस्तान ने जो हथियार खरीदे हैं, उनमें से 81 प्रतिशत चीन से ही आयात किए गए हैं। पहले यह आंकड़ा 74 प्रतिशत था। इस तरह पाकिस्तान अब चीन की गिरफ्त में है। इसके अलावा पाकिस्तान में कई चीनी प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान की चीनी कर्ज पर निर्भरता काफी बढ़ गई है। इसके अलावा, पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भी कई तरह की पाबंदियां लगाई हैं। इस्लामाबाद पर कर्ज लेने के लिए कई सख्त शर्तें लगाई गई हैं। इस स्थिति में भी पाकिस्तान के मुखिया प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ भारत से प्रतिस्पर्धा की बात करते हैं, जिसका वहां के लोग मजाक उड़ाते हैं।

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बांग्लादेश पर क्या असर पड़ेगा?

एक और पड़ोसी बांग्लादेश भी भारत को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहा है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस भारत से प्रतिस्पर्धा करने लगे हैं, जबकि वह अपने ही देश में लगी आग को बुझाने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद ऐसी तबाही मची है कि उद्योग-धंधे तबाह हो गए हैं। गारमेंट इंडस्ट्री की हालत खराब हो गई है। ऊपर से अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ ने हालात और भी खराब कर दिए हैं। मोहम्मद यूनुस मदद की उम्मीद लेकर चीन पहुंचे और कई ऑफर दिए। वहीं टैरिफ वॉर में उलझा चीन खुद को सुलझाने में लगा हुआ है। अब आगे क्या होगा यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन बांग्लादेश के लिए हालात बेहद खराब हैं।

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