India News (इंडिया न्यूज),Russia-Ukraine Peace Talks:रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन के साथ चल रहे संघर्ष को सुलझाने के लिए होने वाली संभावित शांति वार्ता में भारत, चीन और ब्राजील मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं।न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक पुतिन ने इन तीनों देशों को वार्ता के लिए उपयुक्त मध्यस्थ बताया।

पुतिन ने यह भी बताया कि युद्ध शुरू होने के कुछ सप्ताह बाद इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच एक प्रारंभिक समझौता हुआ था, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। उन्होंने सुझाव दिया कि यह समझौता भविष्य की वार्ता का आधार बन सकता है।

भारत, चीन और ब्राजील की होगी भूमिका

भारत, चीन और ब्राजील जैसे देश वैश्विक मंच पर बड़ी भूमिका निभाते हैं और पुतिन के मुताबिक उनकी तटस्थता और कूटनीतिक ताकत इस स्थिति में समाधान निकालने में मददगार हो सकती है।रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस संघर्ष ने न केवल दोनों देशों को बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। ऐसे में इन शक्तिशाली देशों की मध्यस्थता से शांति प्रक्रिया शुरू होने की संभावना बढ़ सकती है।

युद्ध के शुरुआती हफ्तों में इस्तांबुल में हुई वार्ता लागू नहीं हो सकी, लेकिन पुतिन ने कहा कि इसे फिर से शुरू किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए दोनों पक्षों की सहमति और मध्यस्थ देशों की सक्रिय भूमिका की आवश्यकता होगी।

इससे यह सवाल उठता है कि क्या भारत, चीन और ब्राजील वास्तव में इस संघर्ष में प्रभावी मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं और क्या इससे यूक्रेन और रूस के बीच स्थायी शांति समझौता हो पाएगा।

यूक्रेन-रूस युद्ध

यूक्रेन-रूस युद्ध ने अब तक बहुत तबाही मचाई है और इस स्थिति को सुलझाने के लिए वैश्विक स्तर पर कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता है। पुतिन के सुझाव ने एक नई संभावना का संकेत दिया है कि अगर भारत, चीन और ब्राजील जैसे देश मध्यस्थता करते हैं, तो शायद इस संघर्ष का समाधान निकल सकता है। अब देखना यह है कि भविष्य में शांति वार्ता किस तरह आगे बढ़ती है और इन देशों की क्या भूमिका होती है।

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