India News (इंडिया न्यूज),Pakistan:पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पिछले एक साल से ज्यादा समय से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं, जिसके चलते उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब बुधवार को यह बात सामने आई कि एक हफ्ते के अंदर इमरान खान की पार्टी ने विरोध प्रदर्शन के दौरान 24 करोड़ रुपये की निजी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।इस नुकसान का खुलासा उस रिपोर्ट में हुआ है, जो इस्लामाबाद इंस्पेक्टर ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा एक हफ्ते में किए गए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद इस्लामाबाद के मुख्य आयुक्त को सौंपी थी। सरकार द्वारा संवैधानिक संशोधन पेश किए जाने के बाद इमरान खान ने न्यायपालिका की स्वतंत्रता की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था।
इमरान खान के रिहाई की मांग
इमरान खान की पार्टी ने उनकी रिहाई की मांग की और डी-चौक को प्रदर्शन स्थल के रूप में चुना, वही जगह जहां 2014 में संघीय राजधानी में 126 दिनों तक चले धरने के दौरान वे और उनकी पार्टी ने कब्जा किया था। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान 14 करोड़ रुपये की कीमत के 441 सेफ सिटी कैमरे तोड़ दिए गए, 10 पुलिस वाहन, 31 मोटरसाइकिल और 51 गैस मास्क भी क्षतिग्रस्त कर दिए गए।
प्रदर्शनकारियों ने किया बड़ा नुकसान
रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने तीन निजी वाहनों और एक क्रेन को भी नुकसान पहुंचाया। इतना ही नहीं, एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और 31 घायल हो गए। पाकिस्तान अगले सप्ताह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने मंगलवार को कहा कि इमरान खान की पार्टी को 2014 का धरना दोहराने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसके कारण चीनी राष्ट्रपति का दौरा रद्द करना पड़ा था।
पीटीआई के विरोध प्रदर्शन के कारण रावलपिंडी और इस्लामाबाद में शुक्रवार से लेकर कम से कम रविवार तक जनजीवन बाधित रहा क्योंकि प्रदर्शनकारियों को प्रवेश करने से रोकने के लिए दोनों शहरों को कंटेनरों से बंद कर दिया गया था। इंटरनेट पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। शनिवार को लाहौर में भी ऐसी ही स्थिति बनी रही।