India News (इंडिया न्यूज),Israel Hezbollah War:इजरायल द्वारा हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह की हत्या के बाद इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान में छापेमारी कर रही है और सीमा पर बनी सुरंगों पर हमला कर रही है। आईडीएफ द्वारा की गई यह छापेमारी सीमा क्षेत्र में हिजबुल्लाह की संचालन क्षमता को नुकसान पहुंचाने की योजना का हिस्सा है। वहीं, ईरान ने यह कहकर हिजबुल्लाह को बड़ा झटका दिया है कि वह गाजा और लेबनान में अपने लड़ाके नहीं उतारेगा। अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इजरायल की यह कार्रवाई जमीनी आक्रमण की तैयारी हो सकती है, जो इसी सप्ताह हो सकता है।
ईरानी विदेश मंत्रालय ने कही यह बात
ईरानी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को पुष्टि की कि तेहरान इजरायल का सामना करने के लिए लेबनान और गाजा में लड़ाके नहीं भेजेगा। लेबनान में हिजबुल्लाह के महासचिव और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के डिप्टी कमांडर की हत्या का जिक्र करते हुए ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा कि ईरान इजरायल के किसी भी ‘आपराधिक कृत्य’ का जवाब दिए बिना नहीं जाने देगा।
रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर अब्बास निलफोरोशन बेरूत पर इजरायली हमले में मारे गए, जिसमें हिजबुल्लाह के महासचिव हसन नसरल्लाह भी मारे गए। लेबनान में हिजबुल्लाह समूह और यमनी हौथी आंदोलन पर इजरायली हमलों की बढ़ती गति ने आशंका जताई है कि मध्य पूर्व में लड़ाई नियंत्रण से बाहर हो जाएगी और ईरान के साथ-साथ अमेरिका भी इस लड़ाई में शामिल हो जाएगा।
युद्ध में कूदने से किया इनकार
लेकिन कनानी ने ईरान के सीधे युद्ध में कूदने से इनकार करते हुए कहा कि ईरान से गाजा या लेबनान में सेना भेजने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हिजबुल्लाह और हमास के लड़ाके इजरायली आक्रमण का सामना करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि हम दृढ़ता से निपटेंगे और इस तरह से काम करेंगे कि दुश्मन को इसका पछतावा होगा। उन्होंने कहा कि ईरान युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन वह इससे डरता भी नहीं है। कनानी ने कहा कि ईरान लेबनानी अधिकारियों के साथ मामले पर बारीकी से नजर रख रहा है, उन्होंने उन हमलों का जिक्र किया जिसमें नसरल्लाह और निलफोरोशन मारे गए थे।
IRGC कमांडर की मौत
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कमांडर मेजर जनरल होसैन सलामी ने पुष्टि की है कि हसन नसरल्लाह के साथ-साथ रिवोल्यूशनरी गार्ड के कुद्स फोर्स कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरोशन की भी इजरायली हमले में मौत हो गई है, उन्होंने कहा है कि दोनों की हत्या से इस्लामिक दुनिया में ऐतिहासिक बदलाव आएगा।
मेजर जनरल सलामी ने इस्फ़हान प्रांत में ब्रिगेडियर जनरल निलफोरोशन के घर से एक बयान में कहा, ‘हसन नसरल्लाह और ब्रिगेडियर जनरल निलफोरोशन का खून बहुत कीमती है और हम इन शहीदों के रास्ते पर चलते रहेंगे, शहादत ही उनके लिए सबसे अच्छी किस्मत थी।’
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