India News(इंडिया न्यूज),US:अमेरिका के टेक्सास में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 11 साल की मासूम बच्ची ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि स्कूल में उसे लगातार उसके परिवार के इमिग्रेशन स्टेटस को लेकर ताने मारे जा रहे थे। स्कूल में उसके सहपाठी उसे धमकाते थे कि उसके माता-पिता को अमेरिका से निकाल दिया जाएगा और वह अकेली रह जाएगी। इसी मानसिक तनाव और डर के चलते 11 साल की बच्ची ने आत्महत्या कर ली।

टेक्सास की रहने वाली जोसेलिन रोजो कैरान्ज़ा नाम की लड़की को स्कूल में लगातार तंग किया जा रहा था। आरोप है कि उसके स्कूल के कुछ छात्र उसके परिवार के इमिग्रेशन स्टेटस को लेकर उसे परेशान करते थे। बच्चे उसे डराते थे कि उसके माता-पिता को जंजीरों में बांधकर देश से बाहर भेज दिया जाएगा और वह अकेली रह जाएगी। इसी मानसिक प्रताड़ना का शिकार होकर जोसेलिन ने 8 फरवरी को आत्महत्या कर ली।

मां ने क्या कहा ?

जोसेलिन की मां मार्बेला कैरान्ज़ा ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी के साथ हो रहे इस उत्पीड़न के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं था। उन्होंने कहा, ‘मेरी बेटी ने कभी इस बात का संकेत नहीं दिया कि वह इतने तनाव में है। मुझे कभी नहीं पता था कि स्कूल में उसे धमकाया जा रहा था।’ जब इस मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि जोसलीन स्कूल में काउंसलिंग ले रही थी, लेकिन स्कूल प्रशासन ने उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी।

सवालों के घेरे में स्कूल प्रशासन

जोसलीन की आत्महत्या के बाद स्कूल प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है। उसकी मां का आरोप है कि स्कूल को इस बारे में पता था, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। गेन्सविले इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि, स्कूल प्रशासन ने कहा कि वे बदमाशी की घटनाओं पर कड़ी नजर रखते हैं और ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लेते हैं, लेकिन जोसलीन के मामले में कोई ठोस बयान जारी नहीं किया गया।

शोक की लहर

जोसलीन का अंतिम संस्कार बुधवार को हुआ, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस दौरान उसकी दोस्त ने कहा, ‘हम साथ में पेड़ों पर चढ़ते थे, हंसते थे और अपनी हर छोटी-बड़ी बात शेयर करते थे। वह बहुत अच्छी दोस्त थी।’

सख्त कदम उठाने की मांग

जोसलीन की मौत ने अमेरिका में बच्चों को धमकाए जाने और अप्रवासी परिवारों के साथ भेदभाव की गंभीरता को उजागर किया है। इस घटना के बाद कई संगठनों ने सरकार से मांग की है कि स्कूलों में बदमाशी रोकने के लिए और कड़े कानून बनाए जाएं। साथ ही अप्रवासी परिवारों के बच्चों को सुरक्षित माहौल मुहैया कराने के लिए कदम उठाए जाएं। जॉसलीन के परिवार का कहना है कि वे न्याय की मांग करेंगे, ताकि किसी और मासूम की जिंदगी इस तरह खत्म न हो।

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