India News (इंडिया न्यूज),US:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने के बाद उनकी टीम में भारतीय मूल के काश पटेल को बड़ी जिम्मेदारी मिली थी। ट्रंप ने आते ही पटेल को एफबीआई का निदेशक बना दिया था। अब खबर है कि उन्हें ब्यूरो ऑफ अल्कोहल, टोबैको, फायरआर्म्स एंड एक्सप्लोसिव्स (एटीएफ) के कार्यवाहक निदेशक के पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह अब यह पद डेनियल ड्रिस्कॉल के हाथों में होगा। अमेरिकी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।

24 फरवरी को ली थी शपथ

काश पटेल ने 24 फरवरी को एटीएफ के कार्यवाहक नेता के रूप में शपथ ली थी। तीन दिन पहले उन्होंने एफबीआई निदेशक के रूप में शपथ ली थी, जिस पद पर वे अभी भी हैं। एक ही व्यक्ति का एक साथ दो प्रमुख न्याय विभाग इकाइयों का नेतृत्व करने के लिए चुना जाना असामान्य था। पद से हटाए जाने के बाद भी पटेल वेबसाइट पर एटीएफ निदेशक के रूप में पंजीकृत थे। मीडिया में खबर आने के बाद इसमें बदलाव किया गया। अधिकारियों ने काश पटेल को हटाए जाने की पुष्टि की न्याय विभाग के एक अधिकारी ने पटेल को हटाए जाने की पुष्टि की और कहा कि इसका उनके कार्य प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पटेल को औपचारिक रूप से कब पद से हटाया गया।

ट्रप के पसंदीदा

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में कई उथल-पुथल देखने को मिली हैं, जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारियों को नौकरी से निकालना और फिर से काम पर रखना शामिल है। पिछले 3 महीनों में ट्रंप ने 9 से ज़्यादा सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त किया है।

एटीएफ और डीईए का विलय

काश पटेल को ऐसे समय में पद से हटाया गया है, जब अमेरिकी न्याय विभाग ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (डीईए) और ब्यूरो ऑफ अल्कोहल, टोबैको, फायरआर्म्स एंड एक्सप्लोसिव्स (एटीएफ) के संभावित विलय पर विचार कर रहा है। दोनों का विलय खर्चों को कम करने के लिए किया जा सकता है। ऐसे में पटेल की बर्खास्तगी कई सवाल खड़े कर रही है।

काश पटेल कौन हैं?

काश पटेल का पूरा नाम कश्यप प्रमोद पटेल है। काश पटेल का परिवार मूल रूप से वडोदरा का रहने वाला है। काश पटेल के माता-पिता युगांडा में रहते थे। काश के माता-पिता 1970 के दशक में अमेरिका आए थे।

काश पटेल का जन्म न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ था। उन्होंने पेस यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली है। 9 साल तक वकील के तौर पर प्रैक्टिस करने के बाद वे अमेरिकी न्याय विभाग में शामिल हो गए। 2017 में उन्हें इंटेलिजेंस पर हाउस पार्लियामेंट्री सेलेक्ट कमेटी का सदस्य बनाया गया। काश पटेल रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े रहे हैं और उन्हें ट्रंप का काफी करीबी माना जाता है।

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