India News (इंडिया न्यूज),US:अमेरिका के लॉस एंजिल्स में अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के खिलाफ तीन दिनों से चल रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया है। दंगाइयों ने शहर भर की कई सड़कों पर आग लगा दी है। इस दौरान सैकड़ों वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी मैक्सिकन झंडा लिए हुए नजर आए। हालात पर काबू पाने के लिए अमेरिकी नेशनल गार्ड ने भारतीय समय के अनुसार रविवार देर रात प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां चलाईं और भीड़ को पीछे धकेला।
लॉस एंजिल्स में विरोध प्रदर्शन तब शुरू हुआ जब इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट (ICE) विभाग ने लॉस एंजिल्स में कई जगहों पर छापेमारी की, जिसमें दो होम डिपो, एक डोनट शॉप और फैशन डिस्ट्रिक्ट में एक कपड़ों का गोदाम शामिल है। शुक्रवार को शुरू हुई छापेमारी में कई जगहों पर संदिग्ध फर्जी दस्तावेजों के साथ काम करने वाले लोगों को निशाना बनाया गया। जैसे ही एजेंट अंदर आए, लोगों की भीड़ जमा हो गई, ICE वाहनों को रोक दिया और हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग की।
लॉस एंजिल्स की सड़कों पर जलाए गए अमेरिकी झंडे
विरोध प्रदर्शन तेजी से फैल गया, लोग संघीय इमारतों और हिरासत केंद्रों के बाहर जमा हो गए। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाई और प्रदर्शनकारियों की रैलियों को अवैध घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया, जिससे हिंसा और भड़क गई। लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और उनके वाहनों को आग के हवाले कर दिया। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि इस हिंसा के पीछे अवैध अप्रवासी हैं, जो पुलिस को अपना काम करने से रोक रहे हैं।
This is the current situation in Los Angeles, United States. US seems to be preparing to deploy Marines after the National Guard was deployed and yet failed to control the violence and rioting. Situation is going out of hand. US is the new Third world. pic.twitter.com/iyZjr8BeOV
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 9, 2025
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने कहा कि ICE ने इस सप्ताह 118 अप्रवासियों को गिरफ्तार किया, जिनमें से 44 को अकेले शुक्रवार के ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया। हिरासत में लिए गए लोगों में आपराधिक संगठनों से जुड़े पांच व्यक्ति शामिल हैं। पैरामाउंट में बाधा डालने के लिए आठ अमेरिकी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया, जबकि किशोरों को रिहा करने का फैसला किया गया है। सर्विस एम्प्लॉइज इंटरनेशनल यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष डेविड ह्यूर्टा विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल थे और उन्हें मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में रखा गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेशनल गार्ड की तैनाती को “कानून और व्यवस्था” बहाल करने के लिए जरूरी बताया। उन्होंने अशांति को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए गवर्नर न्यूसम और लॉस एंजिल्स की मेयर करेन बास की भी आलोचना की। ट्रुथ सोशल पोस्ट में ट्रंप ने लिखा, “अगर कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम और लॉस एंजिल्स की मेयर करेन बास अपना काम नहीं कर सकते… तो संघीय सरकार हस्तक्षेप करेगी और समस्या, दंगों और लुटेरों को उसी तरह हल करेगी, जिस तरह से इसे हल किया जाना चाहिए।
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