India News (इंडिया न्यूज), Russia Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से युद्ध को लेकर फोन पर बातचीत की। ट्रंप की इस बातचीत के बाद माना जा रहा है कि, रूस और यूक्रेन के बीच 3 साल से चल रहा युद्ध अब खत्म हो सकता है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने ट्रंप के साथ हुई बातचीत को सार्थक बताया। ट्रंप से बातचीत के बाद जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, हमने शांति हासिल करने के अवसरों पर काफी देर तक बात की है। टीम स्तर पर साथ मिलकर काम करने की हमारी तत्परता और यूक्रेन की तकनीकी क्षमताओं पर भी चर्चा हुई है।
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
इस पूरे मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से बात की, बातचीत काफी अच्छी रही। वह भी राष्ट्रपति पुतिन की तरह शांति चाहते हैं। हमने युद्ध से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की, लेकिन मुख्य रूप से यह बैठक शुक्रवार को म्यूनिख में हो रही है। जहां उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की इन चर्चाओं में कितना शामिल होंगे। उन्होंने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि उस बैठक के नतीजे सकारात्मक होंगे। अब इस बेतुके युद्ध को रोकने का समय आ गया है। जहां बड़े पैमाने पर अनावश्यक मौतें और विनाश हुआ है। भगवान रूस और यूक्रेन के लोगों को आशीर्वाद दें।
जेलेंस्की ने अमेरिकी ट्रेजरी सचिव से की मुलाकात
ट्रंप से बात करने के बाद जेलेंस्की ने यूएसए के ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट से भी मुलाकात की। इस बारे में बताते हुए जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा कि हम अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को महत्व देते हैं, हमारी स्वतंत्रता की रक्षा में उनके समर्थन के लिए उनके आभारी हैं और अपनी संयुक्त क्षमताओं का विस्तार करने का प्रयास करते हैं, खासकर सुरक्षा में।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, रूस और यूक्रेन पिछले 3 वर्षों से युद्ध में हैं, जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं। युद्ध में यूक्रेन की बिजली व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। युद्ध के शुरुआती महीनों से कोई शांति वार्ता नहीं हुई है। फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के बाद, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अधिकांश पश्चिमी नेताओं ने पुतिन के साथ कोई सीधी बातचीत नहीं की। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस युद्ध को रोकने के लिए कदम उठाए हैं।