India News (इंडिया न्यूज), Trump Wrote Letter To Iran : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जानकारी दी है कि उनकी तरफ से परमाणु समझौते पर बातचीत करने के लिए गुरुवार को ईरान को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ईरान बातचीत के लिए सहमत हो जाएगा। उन्होंने ईरान को चेतावनी भी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें सैन्य कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को फॉक्स बिजनेस नेटवर्क के साथ एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, मैंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप बातचीत करेंगे, क्योंकि यह ईरान के लिए बहुत बेहतर होगा। यह पत्र संभवत ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को संबोधित है।

ट्रंप ने कहा, मुझे लगता है कि वे उस पत्र को प्राप्त करना चाहते हैं। दूसरा विकल्प यह है कि हमें कुछ करना होगा, क्योंकि आप एक और परमाणु हथियार नहीं बनने दे सकते। उन्होंने कहा, आगे कुछ दिलचस्प दिन आने वाले हैं। मैं 2020 में एक समझौता करने के लिए पूरी तरह तैयार था, जब बाइडेन ने पदभार संभाला था। उम्मीद है कि हम जल्द ही एक शांति समझौता कर पाएंगे।

हालांकि, ईरान ने कहा कि जब तक अमेरिका अधिकतम दबाव लागू करता रहेगा, तब तक देश बातचीत नहीं करेगा। संयुक्त राष्ट्र में तेहरान के मिशन ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि हमें अभी तक ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप का संदेश तेहरान को किस माध्यम से भेजा गया।

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‘अमेरिका के साथ कोई सीधी बातचीत नहीं’

ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी से कहा, “जब तक अमेरिका अपनी अधिकतम दबाव नीति और अपनी धमकियों को जारी रखेगा, तब तक हम अमेरिका के साथ कोई सीधी बातचीत नहीं करेंगे।” ईरान ने लगातार इस दावे का खंडन किया है कि वह परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है। ट्रम्प ने कहा कि ब्लैकरॉक द्वारा हांगकांग फर्म की हिस्सेदारी खरीदने के बाद पनामा नहर को पुनः प्राप्त करना, चीन ने ‘जबरदस्ती’ की निंदा की पिछले महीने, संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा कि ईरान 60 प्रतिशत यूरेनियम को समृद्ध कर रहा है लगभग हथियार स्तर और 2015 का सौदा एक “खोखला खोल” था जो “अब उद्देश्य के लिए उपयुक्त नहीं है।”

ईरान का परमाणु प्लान इजरायल-अमेरिका के लिए सिरदर्द

मीडिल ईस्ट में पिछले काफी समय से खूनी खेल खेला जा रहा है। इजरायल-गाजा के बीच जंग में हजारों लोग मारे जा चुके हैं। गाजा पूरी तरह से तबाह हो चुका है। बीच में ईरान और इजरायल के बीच भी जंग जैसे हालात पैदा हो गए थे। वैसे बता दें कि अमेरिका-इजरायल किसी भी हाल में ईरान को परमाणु सम्पन्न देश नहीं बनना चाहते हैं। इससे पहले भी कई बार इजरायल ईरान के परमाणु प्रोग्रामों को लेकर कई खुलासे कर चुका है। ट्रंप ने अपने पहले वाले कार्यकाल में भी ईरान पर कई प्रतिबंध लगाए थे।

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