India News (इंडिया न्यूज), Pakistan On US tariffs : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को ‘लिबरेशन डे’ के अवसर पर अमेरिका को अपने उत्पाद निर्यात करने वाले करीब 60 देशों पर जवाबी टैरिफ लगा दिया। ट्रंप के इस फैसले से सभी देशों में हड़कंप मच गया। इन देशों में भारत के अलावा पाकिस्तान भी शामिल है। ट्रंप ने पाकिस्तान पर 29 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, जिससे पाकिस्तानी मीडिया में काफी गुस्सा है। ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से ही पाकिस्तान हांफ रहा है। अब टैरिफ बढ़ाने के बाद पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है।
अब द डेली टाइम्स ने 5 अप्रैल के अपने संपादकीय में लिखा, यह कभी सवाल नहीं था कि ऐसा होगा या नहीं, बल्कि सवाल यह था कि कब होगा। इसी तरह द नेशन ने 4 अप्रैल के अपने संपादकीय में कहा, हमें पता था कि यह दिन आने वाला है।
टैरिफ के कारण पाकिस्तान की हालत खराब हुई
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ से पाकिस्तान की निर्यात पर निर्भर अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ने की संभावना है। 5 अप्रैल को अपने संपादकीय में डॉन ने लिखा कि पाकिस्तान पर लगाया गया 29 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ बहुत बड़ा है और इससे उसके निर्यात पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिसमें से तीन-चौथाई कपड़ा और परिधान हैं, जो इसका सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है।
अखबार ने इस फैसले पर सरकार की चुप्पी पर भी निशाना साधा। उन्होंने सरकार की आलोचना की और उसे पाकिस्तानी निर्यातकों के लिए रियायतें पाने के लिए वाशिंगटन के साथ बातचीत करने के तरीके के बारे में अज्ञानी बताया।
अब पाकिस्तान क्या करेगा?
अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाकर अपना काम कर दिया है। अब सवाल यह उठता है कि पाकिस्तान इस संकट से खुद को कैसे बचाएगा। इस बारे में डेली टाइम्स ने आगे बढ़ने के दो तरीके सुझाए, जिसमें पाकिस्तान बचाव की मुद्रा में रह सकता है, टैरिफ छूट और तत्काल नुकसान की भरपाई के लिए आपातकालीन व्यापार सौदों की पैरवी कर सकता है। या वह इस क्षण को अपने लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में ले सकता है जिसकी उसे सख्त जरूरत है। अखबार के अनुसार, इस मोड़ की कुंजी निर्यात का विविधीकरण है – विशेष रूप से आईटी सेवाओं, कृषि प्रौद्योगिकी और उच्च मूल्य वाले विनिर्माण में।
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