India News (इंडिया न्यूज), US-UK Army Attack on Houthi Rebels: मध्य-पूर्व में चल रहा जंग अब एक नासूर बन गया है। जिसको समाप्त कराने की पूरी कोशिश चल रही है। इस बीच ईरान समर्थित इस्लामिक संगठन हौथी पर अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने एक साथ हमला बोला है। वहीं हौथी समर्थित अल मरीरा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने यमन के हुदैदाह में हौथी विद्रोहियों पर तीन हवाई हमले किए हैं। अमेरिकी और ब्रिटिश सेना द्वारा किए गए इन हमलों को हौथी विद्रोहियों द्वारा जहाजों पर किए गए हमले का जवाब बताया जा रहा है। दरअसल, हौथी विद्रोहियों ने हाल के महीनों में लाल सागर में कई देशों के जहाजों पर हमला किया था। जो अंतरराष्ट्रीय जहाजों के लिए खतरा बन गए थे। हालांकि, अब तक अमेरिका और ब्रिटिश की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अमेरिका-ब्रिटेन की सेना ने कहां-कहां हमला किया?
अल मसीरा टीवी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने सोमवार (11 नवंबर) को यमन के अमरान और सादा प्रांतों में और रविवार (10 नवंबर) को सना और अन्य प्रांतों में हमला किया। बता दें कि, यमन के उत्तरी हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हौथी विद्रोही समूह पर लाल सागर से आने वाले अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों पर जहाजों को निशाना बनाने का आरोप है। कुछ महीने पहले हूथी विद्रोहियों ने कई अंतरराष्ट्रीय शिपिंग जहाजों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया था। जिसका जवाब अब अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों की सेनाओं ने दिया है।
कौन हैं ये हूथी विद्रोही और क्या है संगठन का मकसद?
बता दें कि, हूथी विद्रोही यमन के शिया मुस्लिम समूह के सदस्य हैं, जिन्हें अंसल अल्लाह के नाम से भी जाना जाता है। हूथियों के इस समूह की शुरुआत 1990 के दशक में यमन के उत्तरी हिस्से में हुई थी। हूथी विद्रोहियों का कहना है कि उनका मकसद यमन में शिया मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा करना है। हालांकि, पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय शिपिंग जहाजों पर हमले संघर्ष को बढ़ा रहे हैं।