India News (इंडिया न्यूज), Flu Cases In California : कोविड-19 महामारी के बाद खुद को सुपर पावर कहने वाले अमेरिका पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। कुछ रिपोर्ट्स की माने तो अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में फ्लू (इन्फ्लूएंजा) कोविड से ज्यादा घातक सांस की बीमारी बन गया है। वहां पर सभी अस्पतालों का हाल बुरा हो रखा है। मरीजों की भारी भीड़ अस्पताल पहुंच रही है। इसकी वजह से डॉक्टरों को काफी परेशानी का सामना कर ना पड़ रहा है।

अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक इस सीजन में सिर्फ 44% वयस्क और 46% बच्चे ही फ्लू का टीका लगवा पाए हैं। अमेरिका में बहुत से लोग कोरोना वैक्सीन से भाग रहे थे। लेकिन अब वही लोग फ्लू की वैक्सीन लगवाना चाहते हैं।

शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर हुए सर्वे ने मोदी सरकार की उड़ाई नींद, वहीं Yunus के चेहरे पर आई मुस्कान, जाने क्या है मामला?

US में 2.9 करोड़ लोग फ्लू से संक्रमित

कैलिफोर्निया में इस वक्त किस तेजी के साथ फ्लू लोगों को अपना निशाना बना रहा है, उसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पूरे अमेरिका में 2024-25 फ्लू सीजन में अब तक अनुमानित 2.9 करोड़ लोग फ्लू से संक्रमित हो चुके हैं, 3.7 लाख अस्पताल में भर्ती हुए हैं, और 16,000 लोगों की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों की चिंता इस बात की है कि इस साल फ्लू के दो अलग-अलग प्रकार एच1एन1 और एच3एन2 एक साथ फैल रहे हैं, जिससे लोगों में बार-बार संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.फ्लू के गंभीर मामलों में कई जटिलताएं देखी जा रही हैं, जिनमें एक खतरनाक मस्तिष्क रोग एक्यूट नेक्रोटाइजिंग एन्सेफैलोपैथी (एएनई) शामिल है, जो खासतौर पर बच्चों में पाया जा रहा है और जिसकी मृत्यु दर लगभग 50% है।

अब तक 561 मौतें की गई दर्ज

सैन फ्रांसिस्को के संक्रामक रोग विशेषज्ञ पीटर चिन-होंग ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल पूरी तरह भरे हुए हैं। श्वसन संबंधी वायरस परीक्षणों में 70% से अधिक मामले फ्लू के पाए गए हैं. यह आंकड़ा कोविड-19, आरएसवी (रेस्पिरेटरी सिंकिशियल वायरस) और सामान्य सर्दी से अधिक है। 1 जुलाई से अब तक कैलिफोर्निया में फ्लू से जुड़ी कम से कम 561 मौतें दर्ज की गई हैं, जिनमें से ज्यादातर 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की थीं। इसके अलावा, इस सीजन में 10 बच्चों की भी फ्लू से मौत हुई, जबकि इसी दौरान कोविड से केवल 3 बच्चों की मौत हुई।

फ्लू की वजह से कैलिफोर्निया के अस्पतालों की स्थिती कोविड महामारी काल जैसी हो गई है। हाल ये है कि आईसीयू वॉर्ड में निमोनिया और सांस की गंभीर समस्याओं वाले मरीज भरे हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि फ्लू के मामले अगले एक से डेढ़ महीने में और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं। इसके अलावा, वसंत ऋतु में इन्फ्लूएंजा बी के एक और लहर की संभावना है। ऐसे में, टीकाकरण और बचाव के उपाय अपनाने की सख्त जरूरत बनी हुई है।

इस मुस्लिम देश में उठा भयंकर बवाल, सबकुछ छोड़कर विदेश भागे 3 नेता, बहाने सुनकर छूट जाएगी हंसी