India News (इंडिया न्यूज), Vladimir Putin Arrest Warrant In Mongolia: रूस और यूक्रेन की जंग जारी है और इस बीच दुनिया भर के कई देशों के बीच इस युद्ध को लेकर दो-फाड़ देखने को मिल रहा है। कई देश रूस के समर्थन में हैं तो कई ताकतवर देशों ने यूक्रेन का साथ देने का फैसला किया है। जंग के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के बड़े फैसले के बाद कुछ देश इस कदर भड़क गए थे कि उनकी गिरफ्तारी का वारंट तक निकाल दिया था, इनमें से ही एक देश में हाल ही में पुतिन पहुंच गए। इसके बाद वहां पर पुतिन के साथ जो हुआ वो किसी ने सोचा भी नहीं था।

दरअसल, जब 2022 में रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुई, उसके बाद अंतरराष्‍ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने पुतिन के खिलाफ अरेस्‍ट वारंट जारी किया था। यूक्रेनी बच्‍चों को प्रत्‍यर्पित करने के एक मामले में पुतिन को दोषी ठहराया गया था और उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी कर दिया गया गया था। इस वारंट के तहत ICC के अंतर्गत आने वाले देशों में अगर पुतिन ने कदम रखा तो उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया जाना था। इसके बाद 3 सितंबर को जब पुतिन, मंगोलिया पहुंचे तो सभी देशों की सांसें रुक गईं क्योंकि मंगोलिया उन ICC देशों में से एक है, जहां पुतिन को गिरफ्तार किया जाना था लेकिन हुआ कुछ उल्टा।

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पुतिन जब मंगोलिया पहुंचे तो उनका रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत किया गया। यूक्रेन समेत सभी ICC देशों ने मंगोलिया से बार-बार कहा कि पुतिन को गिरफ्तार करो लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ बल्कि पुतिन को यहां राजकीय सम्‍मान देते हुए गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। हालांकि, मंगोलिया की राजधानी उलानबातार में पुतिन को बुलाने पर हल्के-फुल्के विरोध प्रदर्शन हुए। ये देखकर यूक्रेन ने कहा कि इस हरकत के बाद युद्ध के अपराधों की जिम्मेदारी मंगोलिया की भी होगी।

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