India News (इंडिया न्यूज), Putin Triggers Fear Of Third World War: इन दिनों दुनिया के कई देशों के बीच तनाव देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर टेंशन बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे हालातों को देखते हुए दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार वो काम हुआ है, जो खौफ के माहौल को साफ दर्शाता है। तीसरे विश्व युद्ध की हिंट्स तो कई जगह से मिल चुकी हैं लेकिन हाल ही में एक देश दूसरे विश्व युद्ध जैसा कदम उठाने को मजबूर हो गया है। दावा किया जा रहा है कि ये सबकुछ खूंखार तानाशाह व्लादिमीर पुतिन के खौफ का नतीजा है।
क्या करने वाले हैं Putin?
दरअसल, यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच अमेरिका के सपोर्ट की वजह से पुतिन की ताकत बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से कई देश खौफ में आ गए हैं। हाल ही में जर्मनी, नाटो सहयोगियों के साथ मिलकर यूरोप के पूर्वी हिस्से का डिफेंस करने पर मजबूर हो गया है। इसी रणनीति के तहत मंगलवार को एक बड़ा ऐलान किया गया है, ये ऐलान है कि लिथुआनिया में 5,000 सैनिकों की तैनाती। ये कदम बड़ा इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली जर्मनी में विदेशी धरती पर अपने सैनिक उतारे हैं। जिससे तीसरे विश्व युद्ध का खौफ साफ नजर आ रहा है।
क्यों तोड़ दिया 8 दशकों का नियम?
जर्मनी ने सैनिकों की तैनाती का ऐलान करते हुए कहा है कि बख्तरबंद ब्रिगेड लिथुआनिया में स्थायी रूप से तैनात रहेगी। जर्मनी ने 5,000 सैनिकों को उतारने के पीछे का डर जाहिर करते हुए कहा है कि ‘रूस की फौज सिर्फ यूक्रेन पर नहीं रुकेंगी बल्कि दूसरे यूरोपीय देशों तक भी पहुंचेगी’। बता दें कि पुतिन के खौफ से जर्मनी में युद्ध से दूरी बनाकर रखने की नीति को करीब 8 दशकों बाद तोड़ दिया है। सिर्फ यही नहीं जर्मनी ने अपना सैन्य खर्च भी बढ़ाने का फैसला किया है। सेना के लिए 420 अरब पाउंड का एक फंड तैयार कर रखा गया है।