India News (इंडिया न्यूज़), Wagner group:पिछले दो दिनों से वैगनर समूह चर्चा का विषय बना हुआ है। वैगनर समूह रूस की एक प्राइवेट आर्मी है। जिसके येवगेनी प्रिगोझिन है जिन्होने शनिवार को रुसी सरकार के खिलाफ बगावत का एलान कर दिया था।शनिवार को रूस में तख्तापलट को लेकर मॉस्को की तरफ अपना दल लेकर आने वाले वैगनर समूह के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन जा रहें थे। लेकिन बेलारूस के राष्ट्रपति ने उनके और रुस के सरकार के बीच में सुलह कराई जिसके बाद उन्होने अपने लड़ाकों को लौटने का आदेश दिया। रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने सरकार के साथ तनाव कम करने के लिए हुए समझौते के तहत अपने सैनिकों को पड़ोसी देश बेलारूस जाने का आदेश दिया है। लेकिन इस बीच एक शीर्ष ब्रिटिश सैन्य प्रमुख लॉर्ड डैनट ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि वैगनर समूह अब बेलारूस से कीव पर हमला कर सकते हैं।

गंभीर संकट में पड़ सकता है कीव

लॉर्ड डैनाट ने चेतावनी दी कि यदि प्रिगोझिन अपनी सेना को अपने साथ बेलारूस ले गए, तो कीव गंभीर संकट में पड़ सकता है। उनका मानना है कि प्रिगोझिन और वैगनर समूह का बेलारूस जाना उनका अंत है, उन्हें लगता है उनका बेलारूस जाना चिंता का विषय है। हम जो नहीं जानते, जो हमें अगले घंटों और दिनों में पता चलेगा, कितने लड़ाके वास्तव में उसके साथ गए हैं।

कीव के निकटतम यूक्रेनी क्षेत्र के लिए खतरा है वैगनर समूह

उन्होंने कहा कि अगर प्रिगोझिन बेलारूस गया है और उसने अपने पास एक प्रभावी लड़ाकू बल रखा है, तो वह फिर से कीव के निकटतम यूक्रेनी क्षेत्र के लिए खतरा पैदा कर सकता है। यह सब पिछले साल 24 फरवरी को शुरू हुआ था। साथ ही कहा कि ऐसा लग रहा है किस सब खत्म हो गया लेकिन मुझे नहीं लगता कि हुआ है इसकी गूंज काफी समय तक सुनाई देती रहेगी।

यह भी पढ़ें-Wagner rebellion: रूस में गृहयुद्ध और तख्तापलट का खतरा टला, प्रिगोजिन ने अपने लड़ाकों को वापस लौटने का दिया आदेश