India News (इंडिया न्यूज),Warren Buffett On US Dollar : बर्कशायर हैथवे के सीईओ वॉरेन बफे ने शनिवार 3 मई को अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। कंपनी की सालाना शेयर होल्डिंग बैठक में बफे ने इस बात की जानकारी दी है। बफे की तरफ से जानकारी दी गई है कि इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वे बोर्ड को यह सुझाव देंगे कि इस साल के आखिर तक ग्रेग एबल को इस कंपनी का नया सीईओ बनाएं।
94 वर्षीय वॉरेन बफे ने इस दौरान मेरिकी राजकोषीय नीति की दीर्घकालिक स्थिरता, संरक्षणवाद के जोखिमों और अमेरिकी डॉलर के भविष्य के बारे में चिंता व्यक्त की है।
ट्रंप की टैरिफ नीतियों को बताया हानिकारक
ट्रंप ने चीन पर लगाए गए टैरिफ का हवाला देते हुए आक्रामक व्यापार नीतियों पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि व्यापार को हथियार नहीं बनाया जाना चाहिए और ऐसी नीतियों को संभावित रूप से हानिकारक माना। उन्होंने अमेरिका के बढ़ते घाटे और नौकरशाही की अक्षमता जैसे मुद्दों पर भी इशारा किया।
इतना ही नहीं, बफेट ने वैश्विक मंच पर अमेरिकी अहंकार के खिलाफ चेतावनी दी। इसके साथ ही उन्होंने वैश्विक समृद्धि के महत्व पर जोर दिया और चेतावनी दी कि परमाणु हथियारों से लैस दुनिया में देशों के लिए अत्यधिक गर्व के साथ काम करना या दूसरे देशों के बीच ईर्ष्या पैदा करना खतरनाक है।
अमेरिकी डॉलर का होगा पतन!
बर्कशायर अपने फाइनेंशिंग को फॉरेंसी में शिफ्ट कर सकती है। उन्होंने कहा कि अगर मानिए हमने यूरोपीय देशों में बड़ा निवेश किया तो ऐसा हो सकता है कि हम उनकी ही करेंसी में अपना बहुत सारा काम करें। बफे का टिप्पणी ऐसे वक्त पर आयी है जब दीर्घकालिक अमेरिकी राजकोषीय नीति पर चिंता और संरक्षणवाद को लेकर खतरा पर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं और ट्रंप ने पूरी दुनिया के खिलाफ टैरिफ वॉर छेड़ रखी है।