India News (इंडिया न्यूज), Weapons of Mass Destruction: अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी (DIA) की एक रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि चीन पाकिस्तान को सामूहिक विनाश के हथियार (WMD) बनाने में मदद कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान भारत को अपने लिए “अस्तित्व का खतरा” मानता है और लगातार अपने सामरिक परमाणु हथियार विकसित कर रहा है और चीन लगातार इसमें पाकिस्तान की मदद कर रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में जोर देकर कहा गया है कि पाकिस्तान का मानना ​​है कि वह पारंपरिक हथियारों में भारत का मुकाबला नहीं कर सकता है, इसलिए भारत के सैन्य लाभ को कम करने के लिए वह युद्ध के मैदान में इस्तेमाल के लिए WMD हथियार विकसित कर रहा है।

रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा

अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी क्राउसे ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की खुफिया और विशेष अभियानों पर सशस्त्र सेवा उपसमिति के लिए एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें पाकिस्तान के WMD हथियारों पर बड़ा खुलासा किया गया है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि “पाकिस्तान के WMD कार्यक्रमों का समर्थन करने वाली विदेशी सामग्री और तकनीक मुख्य रूप से चीन के आपूर्तिकर्ताओं से हासिल की जाती है और कभी-कभी हांगकांग, सिंगापुर, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात के माध्यम से भेजी जाती है।”

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भारत के पास कितने परमाणु हथियार?

उन्होंने “2025 वर्ल्डवाइड थ्रेट असेसमेंट” नाम की रिपोर्ट में कहा है कि “पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों के भंडार का लगातार आधुनिकीकरण कर रहा है और वह विदेशी आपूर्तिकर्ताओं और बिचौलियों के माध्यम से WMD परमाणु बमों के लिए सामग्री खरीदता है।” आपको बता दें कि स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने जून 2024 में बताया था कि भारत के परमाणु हथियार 2023 में 164 से बढ़कर 180 हो गए हैं। जबकि पाकिस्तान के परमाणु हथियार बढ़कर 170 हो गए हैं। सामूहिक विनाश के हथियार यानी WMD हथियारों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर लोगों को मारने के लिए किया जा सकता है।

क्या होता है WMD हथियार?

ऐसे हथियारों के इस्तेमाल से लाखों लोगों की तत्काल मौत हो सकती है। इसमें परमाणु, रासायनिक और जैविक हथियार शामिल हैं। हमारे पास हिरोशिमा और नागासाकी का उदाहरण है जो दिखाता है कि कैसे ऐसे हथियार तबाही मचा सकते हैं परमाणु हथियारों के अलावा WMD हथियारों में रासायनिक हथियार भी शामिल हैं, जिनमें सरीन और मस्टर्ड गैस जैसी घातक गैसों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे भी लाखों लोगों की मौत की आशंका बनी रहती है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, सामूहिक विनाश के हथियारों (WMD) का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर लोगों को मारने के लिए किया जा सकता है। ऐसे हथियारों के इस्तेमाल से लाखों लोगों की तत्काल मौत हो सकती है। इसमें परमाणु, रासायनिक और जैविक हथियार शामिल हैं।

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WMD हथियारों में किसका इस्तेमाल होता है?

हिरोशिमा और नागासाकी का उदाहरण हमारे सामने है कि ऐसे हथियार किस तरह तबाही मचा सकते हैं। इसलिए पाकिस्तान का WMD हथियारों का विकास करना बहुत चिंता का विषय है। पाकिस्तान ऐसे हथियारों के दम पर बार-बार भारत से टकराव की हिम्मत करता है और चीन भारत के खिलाफ ऐसे हथियार बनाने में पाकिस्तान की मदद करता है। परमाणु हथियारों के अलावा WMD हथियारों में रासायनिक हथियार भी शामिल हैं, जिनमें जानलेवा गैसों का इस्तेमाल होता है, जैसे सरीन और मस्टर्ड गैस। इससे भी लाखों लोगों की मौत की संभावना बनी रहती है। WMD हथियारों में जैविक हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है। जिसमें खतरनाक बीमारियां फैलाने वाले वायरस, बैक्टीरिया या दूसरे जैविक हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए ऐसे हथियारों के इस्तेमाल से बड़ी तबाही हो सकती है और संघर्ष वैश्विक आपदा में बदल सकता है।

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