India News (इंडिया न्यूज), Russia Ukraine War : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार (28 फरवरी) को व्हाइट हाउस में तीखी बहस ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इस घटना के बाद से अमेरिका के सहयोगी देश दो धड़ों में बटते हुए नजर आ रहे हैं। कुछ ट्रंप के साथ समर्थन रखते हैं तो कुछ का यूक्रेन और जेलेंस्की को समर्थन मिल रहा है। इस बैठक में ट्रंप ने जेलेंस्की पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर उन्हें अमेरिकी हथियार न मिले होते तो यूक्रेन 2 हफ्ते भी टिक नहीं पाता। वैसे ट्रंप के आने से पहले राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को अरबों डॉलर की मदद दी थी। तो चलिए उन अमेरिकी हथियारों पर एक नजर डाल लेते हैं, जिनकी मदद से पिछले तीन सालों से यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है।
अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को मिले ये खतरनाक हथियार
बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को वो सारे खतरनाक हथियार दिए थे, जिनसे रूस की सेना को काफी नुकसान पहुंचा है। इन्ही हथियारों के दम पर यूक्रेन अपने से 100 गुना ज्यादा ताकतवर रूसी सेना से तीन साल से जंग लड़ रही है। कुछ इलाकों में तो यूक्रेन ने रूसी सेना को पीछे हटने पर मजबुर कर दिया है।
ATACMS मिसाइलें
अमेरिका ने यूक्रेन को लड़ने के लिए टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम दी है। ये मिसाइलें 300 किलोमीटर के आसपास के ठिकानों को आसानी और सटीकता से निशाना बना सकती हैं। यह छोटी रेंज वाली मिसाइल है जिसका उपयोग यूक्रेन ने रूसी सेना के खिलाफ हमलों में इस्तेमाल किया गया था।
पैट्रियट मिसाइल
अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइलों की सप्लाई भी की थी जो 100 किलोमीटर तक की रेंज में दुश्मनों को धूल चटाने में माहिर है। इन मिसाइलों को आपरेट करना काफी मंहगा पड़ता है सिर्फ एक पैट्रियट मिसाइल के लिए 30 लाख डॉलर खर्च करने पड़ते हैं।
रॉकेट लॉन्चर
अमेरिका ने रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेन को अलग अलग तरह के रॉकेट लॉन्चर दिए थे. जिसमें एम142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम HIMARS रॉकेट सिस्टम शामिल है। हिमार्स ने रूस को यूक्रेन से पीछे हटने के लिए मजबूर किया था. हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) एक मोबाइल रॉकेट लॉन्चर है जो तेजी से दुश्मनों के ठिकानों पर हमला करने के लिए जाना जाता है। इसकी सबसे अच्छी बात यह होती है कि यह गोला-बारूद के हिसाब से अपनी रेंज को चेंज कर देता है।
लैंडमाइंस
अमेरिका ने पिछले साल ही यूक्रेन को एंटीपर्सनल माइंस भेजने का फैसला किया था। ये बैटरी से चलने वाली माइंस हैं जिसमें एक बार बैटरी खत्म होने पर उनमें विस्फोट नहीं होगा. इनकी सबसे खास बात यह है कि ये वजन पड़ते ही तुरंत फट जाती हैं 4 घंटे से लेकर दो हफ्ते तक वह कहीं भी इस तरह की माइंस खुद ही निष्क्रिय हो सकती हैं।
एम 777 होवित्जर तोप
अमेरिका उन देशों की लिस्ट में शामिल है जिन्होंने यूक्रेन को एम 777 होवित्जर तोप और इसमें उपयोग होने वाले गोले और बारूद को भेजा है. मेरिका ने यूक्रेन को M777 होवित्जर तोपों की आपूर्ति के साथ-साथ यूक्रेनी सैनिकों को इनके संचालन का प्रशिक्षण भी प्रदान किया है. M777 तोप 24 से 40 किलोमीटर तक की दूरी पर लक्ष्य भेदने में सक्षम है, जो इसे लंबी दूरी की गोलाबारी के लिए उपयुक्त बनाती है।
नैसेम्स मिसाइलें
अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को नैसेम्स मिसाइलें यानी शनल एडवांस्ड सर्फेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम भी दिया है। नैसेम्स मिसाइलों ने रूस की तरफ से यूक्रेन में किए जा रहे हवाई हमलों से यूक्रेन को सेफ किया था। यह हवाई हमलों को निष्क्रिय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।